मास्को/कीव: रूस-यूक्रेन Ukraine के बीच जंग 9 दिन day भी जारी हैं। रूसी सेना ने जपोजिरिया न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जा कर लिया हैं। इसके पहले यहां गोलीबारी हुई जिससे प्लांट में आग लग गई थी। रूस के सैनिकों ने प्लांट की एडमिन और कंट्रोल बिल्डिंग पर कब्जा कर लिया। हमले के बाद रेडिएशन लेवल भी नॉर्मल मिला।
US प्रेसिडेंट बाइडेन के रूस से बात करने के बाद जपोरिजिया में इमरजेंसी रिस्पॉन्डर्स को अंदर जाने की परमिशन मिली। US के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक प्लांट से रेडिएशन लेवल बढ़ने का कोई संकेत नहीं दिखा हैं। वे बारीकी से इसकी निगरानी कर रहे हैं।
इस बीच पौलेंड में भारतीयों को लेने गए रिटायर जनरल वीके सिंह ने जानकारी दी कि कीव में एक और भारतीय छात्र को गोली लगी हैं, जिसका इलाज चल रहा हैं।
अपडेट्स:
पुतिन ने कहा- यूक्रेन विदेशियों को ह्यूमन शिल्ड की तरह इस्तेमाल कर रहा हैं। यूक्रेन की ‘निओ-नाजी’ यूनिट्स विदेशियों को युद्ध क्षेत्र छोड़ने से रोक रही हैं।
रूस की सेना ने खेर्सोन में टीवी टावर पर कब्जा कर लिया हैं।
रूसी हवाई हमले से ओख़्तिरकास का पावर प्लांट तबाह हो गया।
गूगल और ट्रिप एडवाइजर ने बेलारूस, रूस और यूक्रेन में नक्शे, रेस्तरां, होटलों का रिव्यू कर रही वॉर न्यूज को ब्लॉक कर दिया हैं।
युद्ध के बीच यूएन ने अनुमान जताया हैं कि रूसी हमले की वजह से 10 लाख यूक्रेनियों को वतन छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेनी पड़ी हैं।
UN के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन में हमले से 209 नागरिकों की जान गई हैं, 1500 से ज्यादा नागरिक घायल हुए हैं।
बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को 10 अरब डॉलर (करीब 75 हजार 911 करोड़ रुपए) सहायता राशि देने का प्रस्ताव अमेरिकी कांग्रेस को भेजा हैं।
जपोरिजिया प्लांट में ब्लास्ट से खतरा क्यों:
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शुक्रवार सुबह बताया था कि रूसी सेना यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट जपोरिजिया पर रूस ने चारों तरफ से गोलीबारी की। प्लांट में आग पहले ही भड़क चुकी हैं। अगर इसमें ब्लास्ट होता हैं,तो यह चेर्नोबिल से 10 गुना बड़ा होगा। इस प्लांट में 6 न्यूक्लियर रिएक्टर हैं। कुछ समय पहले पावर प्लांट की साइट के पास रेडिएशन के हाई लेवल का पता चला था। यह प्लांट यूक्रेन के इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन लगभग 25% बनाता हैं।
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने ट्वीट में बताया कि- IAEA यूक्रेनी अधिकारियों के संपर्क में हैं और जपोरिजिया न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हो रही गोलाबारी से वाकिफ हैं। IAEA के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने यूक्रेन के प्रधान मंत्री डेनिस श्मायगल और यूक्रेनी न्यूक्लियर रेग्युलेटर और ऑपरेटर के साथ बात की। उन्होंने फोर्सेस को रोकने की अपील की हैं। उन्होंने रिएक्टरों के ब्लास्ट से गंभीर खतरे की चेतावनी दी हैं।
बातचीत में कुछ तो बात बनी:
दोनों देशों के बीच शांति वार्ता के दूसरे दौर की बातचीत में ह्यूमैनिटेरिअन कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति बनी हैं। इस कॉरिडोर के तहत युद्ध क्षेत्र के लोगों के बीच भोजन और दवा पहुंचाने का काम किया जाएगा। वार्ता के बाद यूक्रेन ने कहा कि इस बातचीत से संतुष्ट नहीं हैं, जल्द ही तीसरे दौर की बैठक बुलाई जाएगी।