चंडीगढ़: पंजाब के CM भगवंत मान शुक्रवार को मानसा के गांव मूसा पहुंचे हैं। वह पंजाबी सिंगर सिद्धू MooseWala के मां-बाप से मुलाकात कर रहे हैं। उन्हें 8 बजे पहुंचना था, लेकिन मूसा गांव में विरोध को देखते हुए वे 2 घंटे देरी से पहुंचे। इससे पहले मूसा गांव पहुंचे AAP विधायक गुरप्रीत सिंह बणावाली को लोगों का विरोध झेलना पड़ा। लोगों ने उन्हें बैरंग वापस लौटा दिया।
पुलिस की सुरक्षा से परेशान गांव वालों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। लोगों का कहना हैं कि पुलिस ने CM के दौरे के बहाने मूसेवाला के रिश्तेदारों को घर के भीतर जाने से रोका। विधायक ने लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगी। CM के दौरे को देखते हुए यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई हैं।
मूसेवाला की रविवार शाम को हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। मान सरकार ने एक दिन पहले ही मूसेवाला की सुरक्षा घटाई थी। हालांकि, जिस वक्त हत्या हुई, मूसेवाला के साथ उनके दोनों गनमैन नहीं थे। इसको लेकर परिवार के भीतर सरकार को लेकर नाराजगी भी हैं।
92 MLA फिर भी कोई संस्कार में नहीं पहुंचा
आम आदमी पार्टी के पंजाब में 117 में से 92 MLA हैं। इसके बावजूद मूसेवाला के संस्कार में कोई नहीं पहुंचा था। इसको लेकर लगातार पार्टी पर सवाल उठ रहे थे। जिसके बाद कुछ विधायक उनके घर पहुंचे। कल वित्त मंत्री हरपाल चीमा और पंचायत मंत्री कुलदीप धालीवाल मूसा गांव पहुंचे थे। उन्होंने फोन पर परिजनों की CM भगवंत मान से बात भी कराई।
संगरूर उपचुनाव की टेंशन
विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा समर्थन यूथ का मिला था। हालांकि, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद युवाओं में नाराजगी हैं। 23 जून को संगरूर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना हैं। ऐसे में अगर आप सरकार परिजनों को संतुष्ट न कर सकी तो फिर संगरूर सीट पर उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ सकता हैं। इसीलिए CM मान कल दिल्ली में अरविंद केजरीवाल से मिले। जिसके बाद उनके मूसा गांव जाने का कार्यक्रम बन गया।