PM Modi Birthday Special: नया भारत और आत्मनिर्भर भारत के सपनों को लेकर एक समर्थ और श्रेष्ठ भारत के निर्माण को समर्पित प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी का आज (17 सिंतबर) को 71वां जन्मदिन है। साल 1950 को दामोदरदास मोदी और हीरा बा के घर जन्मे नरेंद्र मोदी का बचपन देश सेवा की एक ऐसी शुरुआत है जो आध्यात्मिकता के जीवंत केंद्र गुजरात के वडनगर की गलियों से शुरू होती है।
नरेंद मोदी बचपन से ही कुछ अलग करना चाहते थे। जब वह युवा थे तब हिमालय की वादियों में भी वह खुद की तलाश में पहुंचे तब दामोदर दास महज 17 साल के थे। उसके बाद वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और देश सेवा में लग गए। प्रधानमंत्री मोदी की जिंदगी से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जिनसे आप अनजान होंगे। हम पीएम मोदी से जुड़ी कई अहम बातें बताने जा रहे हैं जिन्हें पढ़कर आप उन्हें और करीब से जान सकेंगे।
जन्मदिन पर जानें उनसे जुड़ी कुछ विशेष बातें-
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक होते हुए उन्हें संगठन कौशल और जन सेवा तथा राष्ट्र धर्म के महत्व को समझने का सौभाग्य हासिल हुआ। 07 अक्टूबर, 2001 को नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। 12 वर्षों में गुजरात में हुए अभूतपूर्व व पूर्ण विकास के आधार पर ना सिर्फ भारतीय जनता पार्टी, यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार और नीतिगत पंगुता से परेशान पूरे राष्ट्र ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के एकमात्र विकल्प के रूप में स्वीकार्यता दिलाई।
26 मई, 2014 को उनके नेतृत्व में पहली बार किसी गैर-कांग्रेसी राजनीतिक दल को पूर्ण बहुमत मिला और वह देश के 15वें प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के मूलमंत्र से उन्होंने देश का जो अभूतपूर्व विकास किया, इससे उन्होंने हर किसे के दिलों में अपनी जगह बनाई। जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से साल 2019 के आम चुनाव में उन्हें ऐतिहासिक समर्थन मिला और 30 मई, 2019 को दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत साल 1975 में आपातकाल के दौरान की जब उन्हें ‘गुजरात लोक संघर्ष’ का महासचिव नियुक्त किया गया था। साल 2001 से 2004 तक नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। साल 2014 में वाराणसी से सांसद बने। लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत से जीतने के बाद देश के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही देश के युवाओं के लिए ‘आइकन’ बन गए। वह लगातार दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने हैं और गैर कांग्रेस प्रधानमंत्री के तौर पर सबसे लंबा कार्यकाल पूरा किया है। उन्होंने साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत के साथ जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दर्शन का मूलमंत्र अंत्योदय है। मोदी के हर फैसले के केंद्र में वंचित, गरीब, मजदूर और किसान होते हैं। भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी, नीति आधारित प्रशासन की संकल्पना है। शीघ्र निर्णय का मूल सिंद्धांत है। हर घर स्वच्छ पानी पहुंचे। गांव-गांव सड़क, इंटरनेट पहुचें। सबको उत्तम स्वास्थ्य, सबका पोषण और सबको शिक्षा मिले।
न्यू इंडिया का निर्माण
मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, फिट इंडिया, स्वच्छ इंडिया, टीम इंडिया के सामूहिक प्रयासों के बदौलत न्यू इंडिया का निर्माण हो रहा है। जन सेवा के साथ-साथ ‘राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च’ का संकल्प है। उनके लिए मानवता और विश्व बंधुत्व का स्थान सर्वोपरि है।
वह अक्सर विरोधियों के निशाने पर रहते हैं लेकिन इससे उनके कार्यों पर रत्ती भर का भी फर्क नहीं पड़ता। पिछले कुछ महीने पहले राज्यसभा में बजट सत्र के दौरान भी उन्हें विपक्ष का कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। बजट सत्र में उन्होंने विपक्ष का जवाब देते हुए कहा कि लोगों ने कोरोना वारियर्स का मजाक उड़ाया जबकि हमें उनपर गर्व करना चाहिए, आदर करना चाहिए। भारत का लोकतंत्र सत्यम, शिवम्, सुंदरम् के मूल्यों से प्रेरित है। बात अगर कोरोना की करें तो पूरी दुनिया की आशंकाओं रो भारत ने गलत साबित किया। पूरा देश एकजूट होकर कोरोना की लड़ाई लड़ा। जिसके बाद विश्व में भारत के प्रति विश्वास बढ़ा।
बजट सत्र में प्रधानमंत्री ने गिनाए किसानों के फायदे
बजट सत्र में पीएम किसानों पर बोलना ना भूले, उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि योजना से 10 करोड़ परिवार को फायदा होगा। फसल बीमा से किसानों के हित में है। राजनीति की वजह से लाखों किसान फायदें से वंचित रह जाते थे।
क्या आप जानते हैं मोदी इस उम्र में भी खुद को इतना फिट कैसे बनाए रखते हैं। खुद को फिट और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए पीएम मोदी रोजाना सुबह योगासन करते हैं। प्रधानमंत्री अपने जन्मदिन पर अपनी मां का आशीर्वाद लेना कभी नहीं भूलते और हर वर्ष गुजरात जाकर उनसे मुलाकात करते हैं।