मुंबई: अभिनेता शरद केलकर की मराठी फिल्म ‘हर हर महादेव‘ (‘Har Har Mahadev’) 25 अक्टूबर को रिलीज हुई थी। इसे दर्शकों और समीक्षकों से पॉजिटिव प्रतिक्रिया मिली लेकिन अब फिल्म को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा हैं। मेकर्स पर आरोप हैं कि फिल्म में छत्रपति शिवाजी को सही तरीके से नहीं दिखाया गया हैं। ‘हर हर महादेव‘ की स्क्रीनिंग के दौरान महाराष्ट्र के ठाणे के एक सिनेमा हॉल में हंगामा किया गया। सूत्रों के हवाले से पता चला हैं कि फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई।
निर्देशक ने क्या कहा
सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने ठाणे मॉल के थियेटर में ‘हर हर महादेव’ की स्क्रीनिंग को रद्द करवाया। दर्शकों के साथ मारपीट करने वाले एनसीपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई हैं। अभिजीत देशपांडे ने फर्स्ट पोस्ट के साथ इंटरव्यू में कहा, ‘कल इन लोगों ने एक थियेटर में घुसकर दर्शकों पर हमला बोला। मुझे नहीं लगता इससे ज्यादा खराब कुछ हो सकता हैं क्योंकि हम इन्हीं दर्शकों के लिए फिल्में बनाते हैं। ये दर्शक ही हैं जो अपना कीमती पैसा और समय थियटेर में खर्च करते हैं। अगर वे सुरक्षित नहीं होंगे तो यह बेहद शर्मनाक हैं।‘
क्या हैं फिल्म की कहानी
‘हर हर महादेव‘ की कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के सेनापति बाजी प्रभु देशपांडे पर आधारित हैं जिसे शरद केलकर ने निभाया। फिल्म एक असल लड़ाई की एक प्रेरणादायक कहानी बताती हैं, जिसका नेतृत्व बाजीप्रभु ने किया था, जहां केवल 300 सैनिकों ने 12000 दुश्मन सेना से लड़ाई लड़ी और जीत हासिल की थी। इस लड़ाई में बहुतों को अपनी जान की कुर्बानी देनी पड़ी।