G-20 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज 15 नवंबर को इंडोनेशिया के बाली में भारतीय समुदाय की ओर से आयोजित किए गये एक कार्यक्रम में पहुंचे। बाली में इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा भारत-इंडोनेशिया के संबंध लहरों की तरह उमंग से भरे हुए हैं। पूरे इंडोनेशिया से लोगों की उत्साही और विविधतापूर्ण भीड़ इकट्ठी हुई थी। पीएम ने भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा अपनी अपनाई हुई मातृभूमि के प्रति कड़ी मेहनत और लगन के माध्यम से विदेशों में भारत के कद एवं प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए उनकी सराहना की।
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “बाली से डेढ़ हजार किलोमीटर दूर, भारत के कटक शहर में महानदी के किनारे ‘बाली जात्रा’ का महोत्सव मनाया जा रहा है” ये महोत्सव, भारत और इंडोनेशिया के बीच हजारों वर्षों के Trade Relations को Celebrate करता है ।
दोनों देशों की संस्कृति में समानता
बाली की ये भूमि महर्षि मार्कन्डेय और महर्षि अगस्त्य के तप से पवित्र है। भारत में अगर हिमालय है, तो बाली में आगुंग पर्वत है। भारत में अगर गंगा हैं, तो बाली में तिर्था गंगा हैं। हम भी भारत में हर शुभ कार्य का श्रीगणेश करते हैं। यहाँ भी श्री गणेश घर-घर विराजमान हैं, सार्वजनिक स्थानों पर शुभता फैला रहे हैं। हम जब भारत में भगवान् राम की जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर की नींव रखी जाती है, तो इंडोनेशिया की रामायण परंपरा को भी गर्व से याद करते हैं ।
आत्मनिर्भरता से बन रही भारत की पहचान
पीएम मोदी ने भारत की विकास गाथा, इसकी उपलब्धियों और भारत द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “भारत का Talent, भारत की Technology, भारत का Innovation, भारत की Industry, ने आज दुनिया में अपनी पहचान बनाई है।
2014 के पहले और 2014 के बाद के भारत में बहुत बड़ा फर्क Speed और Scale का है। आज भारत अभूतपूर्व स्पीड से बड़े स्तर पर काम कर रहा है।”
आज अपने विकास के लिए भारत जब अमृतकाल का रोडमैप तैयार करता है, तो उसमें दुनिया की आर्थिक राजनीतिक आकांक्षाओं का भी समावेश है। आज जब भारत आत्मनिर्भर भारत का विज़न सामने रखता है, तो उसमें Global Good की भावना भी समाहित हैं । 21वीं सदी में आज विश्व की भारत से अपेक्षाएँ हैं, जो आशाएँ हैं, भारत उन्हें भी अपनी ज़िम्मेदारी के रूप में देखता है ।
कोरोनाकाल में हमने देखा है, भारत ने दवाइयों से लेकर वैक्सीन तक जरूरी संसाधनों के लिए आत्मनिर्भरता हासिल की। उसका लाभ पूरी दुनिया को मिला। भारत की सामर्थ्य ने कितने ही देशों के लिए एक सुरक्षा कवच का काम किया।
पीएम मोदी G-20 Summit के लिए आज बाली होंगे रवाना
उन्होंने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि “भारत और इंडोनेशिया 21वीं सदी में एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।” दोनों देशों के संबंधों को चिन्हित करते हुए पीएम ने कहा कि “भारत और इंडोनेशिया का साथ सिर्फ सुख का नहीं है। हम सुख-दुख में एक दूसरे के दुख को बांटने वाले हैं। जब 2018 में इंडोनेशिया में बड़ा भूकंप आया तो भारत ने तुरंत ऑपरेशन समुद्र मैत्री शुरू किया था। तब मैंने कहा था कि भारत और इंडोनेशिया में 90 नॉटिकल मील का फैसला भले ही हो लेकिन हम 90 नॉटिकल मील दूर नहीं बल्कि 90 नॉटिकल मील पास हैं।”
PM ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में किया आमंत्रित
प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय और फ्रेंड्स ऑफ इंडिया के सदस्यों को अगले प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन और पतंग उत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 8 जनवरी से 10 जनवरी, 2023 के दौरान मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित किया जाएगा और पतंग उत्सव बाद में गुजरात में आयोजित किया जाएगा।