गांधीनगर: भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) आज 02 बजे गुजरात के 18वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वे पाटीदार समुदाय से इकलौते ऐसे नेता हैं, जो लगातार दूसरी बार CM बन रहे हैं। उन्हें 15 महीने पहले विजय रुपाणी की जगह राज्य की जिम्मेदारी दी गई थी। शपथग्रहण समारोह गांधीनगर सचिवालय के हेलीपैड ग्राउंड में होगा। बीजेपी ने हाल के विधानसभा चुनाव में 182 सीटों में से 156 जीतीं।
इस शपथ ग्रहण में पीएम मोदी के अलावा बीजेपी शासित राज्यों के ज्यादातर सीएम शामिल होंगे। इनके अलावा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे। इनमें से ज्यादातर नेता रात में ही अहमदाबाद पहुंच गए हैं। इसके अलावा दो हजार से अधिक कार्यकर्ता तथा साधु-संत और महंत समेत अन्य लोग शामिल रहेंगे।
16 मंत्री बनेंगे, 12 विधायकों के पास फोन जा चुके
सूत्रों के मुताबिक, 16 विधायकों का मंत्री बनना तय माना जा रहा हैं। इनमें 12 विधायकों के फोन जा चुके हैं। इनमें हर्ष संघवी, मुकेश पटेल, पुरुषोत्तम सोलंकी, बलवंत सिंह राजपूत, मोलूभाई बेरा, भानुबेन बाबरिया, बचु खाबड़, कुबेर डिडोर, जगदीश विश्वकर्मा, भीखू परमार, देवा मालूम, प्रफुल्ल पानसेरिया, ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई, राघवजी पटेल, कुंवरजी बावलिया हैं। हार्दिक पटेल के नाम पर अभी संशय बना हुआ हैं।
बीजेपी का नया रिकॉर्ड
गुजरात में भाजपा ने 182 विधानसभा सीटों में से 156 सीटों के साथ जीत का नया रिकॉर्ड बनाया हैं। कांग्रेस ने साल 1985 में माधव सिंह सोलंकी की अगुआई में 149 विधानसभा सीटें जीती थीं। वहीं, नरेंद्र मोदी के CM रहते बीजेपी ने साल 2002 के चुनाव में 127 सीटें जीती थीं। इस जीत के साथ बीजेपी ने दोनों रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
बीजेपी को इस बार साल 2017 के मुकाबले 58 सीटों का फायदा हुआ हैं। वहीं, कांग्रेस को सबसे ज्यादा 60 सीटों का नुकसान हुआ हैं। पार्टी ने पिछली बार 77 सीटें जीती थीं। इस बार उसे 17 सीटें ही मिली हैं। आम आदमी पार्टी ने 05 सीटें जीती हैं। निर्दलीय को तीन और सपा को एक सीट पर जीत मिली हैं।
राज्य में पाटीदार कम्युनिटी का दबदबा
राज्य में पाटीदार कम्युनिटी का दबदबा हैं। 12-14 फीसदी आबादी के बावजूद पाटीदार 61 सीटों पर प्रभावी हैं। इनमें 55 सीटें जीती हैं। AAP ने ओटीपी कार्ड खेला था। यानी ओबीसी, ट्राइबल और पाटीदार। सिर्फ ट्राइबल इलाके में ही आप सेंधमारी कर सकी हैं। यहां कांग्रेस को बाहर कर दिया।