अहमदाबाद: गुजरात की जनता ने अपना फैसला सुना दिया हैं। दो चरणों में सभी 182 सीटों पर मतदान हो चुका हैं। 08 दिसंबर को काउंटिंग के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि अगले 05 साल तक किसकी सरकार होगी और किसे विपक्ष में बैठना होगा। सोमवार शाम आए लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने लगातार सातवीं बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनने की भविष्यवाणी की हैं। साल 2017 में कड़ी टक्कर देने वाली कांग्रेस एक बार फिर पिछड़ सकती हैं तो पहली बार सभी सीटों पर लड़ी आम आदमी पार्टी (AAP) भी दावे के मुताबिक प्रदर्शन करती नहीं दिख रही हैं।
एग्जिट पोल्स में आम आदमी पार्टी को कम से कम 02 और अधिकतम 21 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई हैं। एक निजी चैनल के एग्जिट पोल के मुताबिक ‘आप’ को 9-21 सीटें मिल सकती हैं , एबीपी वोटर ने 03-11 सीटें मिलने का अनुमान लगाया हैं तो रिपब्लिक-पी मार्क ने 02-10 सीटें मिलने की बात कही हैं। न्यूज 24 चाणक्या ने 11 और टाइम्स नाउ ईटीजी ने भी 11 सीटें मिलने की ही बात कही हैं। टीवी9 भारतवर्ष का अनुमान है कि ‘आप’ को 3 से 5 सीटें हासिल हो सकती हैं।
हारकर भी ‘जीत’ सकते हैं केजरीवाल
केजरीवाल की पार्टी को भले ही एग्जिट पोल्स में अधिक सीटें मिलती नहीं दिख रही हैं, लेकिन 05 साल पहले जिस पार्टी की सभी सीटों पर जमानत जब्त हो गई थी, उसके लिए इस बार कई मायनों में सफलता मिलती दिख रही हैं। पिछले 06 महीने से ताबड़तोड़ रैलियां और रोड शो करके केजरीवाल ने (बीजेपी) के सबसे बड़े गढ़ में जोरदार एंट्री की हैं। पार्टी ने दूसरे प्रयास में तीसरी ताकत के रूप में अपनी पहचान जरूर कायम कर ली हैं। आम आदमी पार्टी को अधिकतम 20 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान लगाया गया हैं। सूत्रों के मुताबिक, आप को 20 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान जाहिर किया हैं।
राष्ट्रीय पार्टी का मिल सकता हैं दर्जा
गुजरात में भले ही केजरीवाल की भविष्यवाणी (92+ सीटें जीतने की) सच साबित होती नहीं दिख रही हैं, लेकिन अधिकतर एग्जिट पोल्स में उनके लिए वोटशेयर खुशखबरी लाती दिख रही हैं। यदि गुजरात में आप को 06 फीसदी से अधिक वोट शेयर मिलते हैं तो पार्टी के लिए राष्ट्रीय दल बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। महज एक दशक पहले अस्तित्व में आई पार्टी को 03 राज्यों में प्रादेशिक पार्टी का दर्जा मिल चुका हैं और 04 में यह दर्जा मिलते ही उसे राष्ट्रीय पार्टी की मान्यता भी मिल जाएगी। केजरीवाल की पार्टी को दिल्ली, पंजाब और गोवा में प्रादेशिक पार्टी का दर्जा मिल चुका हैं।