आगरा (Agra): कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पुलिस हिरासत में मारे गए सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि की पत्नी और मां से आगरा पहुंच कर मुलाकात की। प्रियंका गांधी को पीड़ित परिवार ने अपनी पूरा माजरा सुनाया। इस दौरान परिजनों ने पुलिस की पिटाई से अरुण की मौत की बात दोहराई। पीड़ित के परिजनों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा- मृत सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि के परिवार ने दर्दनाक मंजर को बताया कि उनके पूरे परिवार पर बर्बर टार्चर किया गया। उनकी पत्नी ने यहां तक बताया कि अरुण को बिजली का करंट लगाया गया। अरुण वाल्मीकि के भाई ने कहा कि पुलिस वाले उनके हाथों को कुर्सी के पायों से दबाकर कुर्सी पर बैठे थे। 20 से ज्यादा वल्मिकियों समाज के लोगों को पुलिस ने गिरफ़्तार किया और बुरी तरह टॉर्चर किया।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें बेरहमी से पीटा गया। जो मुझसे कहा गया कि मैं वह बता भी नहीं सकती। अरुण को पत्नी के सामने पीटा गया। रात के करीब 02 बजे उसका भाई उससे मिलने पहुंचा था और वह उस समय तक ठीक था। तकरीबन 2:30 बजे उन्हें बताया गया कि वह मर चुका है। परिवार को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी नहीं दी गई है।
उन्होंने कहा कि उनके घर में तोड़फोड़ की गई। क्या किसी के लिए न्याय नहीं है? गरीब परिवार के साथ अन्याय हो रहा है और हम सब चुप हैं। मैं यह सुनिश्चित करूंगी कि उन्हें राजस्थान सरकार द्वारा भी मुआवजा दिया जाए क्योंकि परिवार की एक सदस्य भरतपुर से हैं।
प्रियंका गांधी जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं के काफिले के साथ आगरा के लिए रवाना हुईं तो करीब दोपहर 2:30 बजे उन्हें पुलिस ने लखनऊ में रोक लिया। पुलिस के मुताबिक उनके पास आगरा जाने की इजाजत नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसके बाद हंगामा किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें पुलिस लाइन ले आई। यहां से उन्हें सिर्फ 04 लोगों के साथ आगरा जाने की इजाजत दी गई थी।