श्रीनगर: जम्मू और कश्मीर में 62-दिवसीय अमरनाथ यात्रा(Amarnath Yatra) इस वर्ष 01 जुलाई को शुरू होगी और 31 अगस्त को समाप्त होगी। यात्रा के लिए पंजीकरण यानि रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में शुरू होंगे। यह यात्रा दोनों मार्गों अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले में बालटाल से एक साथ शुरू होगी। अलावा इसके अमरनाथ धाम से बाबा की आरती का सीधा प्रसारण भी देखने को मिलेगा। देश और दुनियाभर के लोग घर बैठे भी बाबा अमरनाथ धाम के दर्शन कर पाएंगे।
सुखद तीर्थ यात्रा का रहेगा प्रबंध
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की 44वीं बैठक की अध्यक्षता की और यात्रा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की जिसमें पंजीकरण, हेलीकाप्टर सेवाओं का प्रावधान, शिविर, सेवा प्रदाता, लंगर और यात्रियों के लिए बीमा कवर शामिल हैं। प्रत्येक वर्ष कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रबंधन श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा ही किया जाता है।
इस बार श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं
जम्मू-कश्मीर प्रशासन आने वाले सभी श्रद्धालुओं और सेवा प्रदाताओं को श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा। तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले दूरसंचार सेवाओं को चालू कर दिया जाएगा। उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को पवित्र तीर्थ यात्रा और पंजीकरण की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा कि प्रशासन सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सभी हितधारक विभाग यात्रा के सुचारू संचालन के लिए आवास, बिजली, पानी, सुरक्षा और अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए समन्वय में काम कर रहे हैं। इसी के साथ राज्यपाल की ओर से अधिकारियों को स्वच्छता के उच्च स्तर को सुनिश्चित करने और स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए आवश्यक हस्तक्षेप करने का भी निर्देश मिला है।
अमरनाथ धाम से बाबा की आरती को होगा सीधा प्रसारण
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) दुनियाभर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती (प्रार्थना) का सीधा प्रसारण भी करेगा। यात्रा, मौसम और कई सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाने के लिए श्री अमरनाथजी यात्रा का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है।