श्रीनगर: कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आज सुबह पुलवामा जिले (Pulwama) में अवंतीपोरा के चुरसू से शुरू हुई। यात्रा में PDP चीफ महबूबा मुफ्ती हजारों महिलाओं के साथ शामिल हैं। प्रियंका गांधी के भी पहुंचने की उम्मीद हैं। शुक्रवार को सुरक्षा में सेंध लगने के बाद राहुल गांधी ने यात्रा रोक दी थी। कांग्रेस ने सुरक्षा में चूक के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया था।
भारत जोड़ो यात्रा में PDP चीफ महबूबा मुफ्ती हजारों महिलाओं के साथ शामिल हुई हैं। शनिवार को पंपोर के बिड़ला इंटरनेशनल स्कूल के पास यात्रा का टी ब्रेक होगा। श्रीनगर के बाहरी इलाके स्थित पंठा चौक के ट्रक यार्ड में शनिवार रात विश्राम होगा। 29 जनवरी को पंठा चौक से यात्रा बोलेवर्ड रोड स्थित नेहरू पार्क तक जाएगी।
कल राहुल के सुरक्षा घेरे में घुस गए थे लोग
शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के काजीगुंड में एंट्री के सिर्फ एक किलोमीटर बाद ही राहुल गांधी की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई थी। यहां राहुल के सुरक्षा घेरे में कई लोग घुस आए थे। इसके बाद पुलिस राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला को गाड़ी में बैठाकर अनंतनाग ले गई थी। अनंतनाग में राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था- यात्रा के दौरान पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो गई। टनल से निकलने के बाद पुलिसकर्मी नहीं दिखे। मेरे सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि हम और नहीं चल सकते। मुझे अपनी यात्रा रोकनी पड़ी। बाकी लोग यात्रा कर रहे थे।
सुरक्षा में चूक के बाद तीन बड़े बयान
राहुल गांधी: भीड़ को काबू करना प्रशासन की जिम्मेदारी हैं, ताकि हम यात्रा कर सकते। मेरी सुरक्षा में लगे लोगों की सलाह को दरकिनार करना मेरे लिए मुश्किल था।
मल्लिकार्जुन खड़गे: राहुल गांधी की सुरक्षा में चूक परेशान करने वाली हैं। भारत पहले ही दो PM और कई नेताओं को खो चुका हैं। हम यात्रियों के लिए बेहतर सुरक्षा की मांग करते हैं।
जम्मू-कश्मीर के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह आरके गोयल: सरकार सुरक्षा के प्रति गंभीर हैं। भारत जोड़ो यात्रा के लिए सबसे अच्छी और संभव सुरक्षा की सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।
30 जनवरी को श्रीनगर में खत्म होगी यात्रा
भारत जोड़ो यात्रा 07 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। इसने गुरुवार रात को पंजाब से जम्मू-कश्मीर में प्रवेश किया। 30 जनवरी को राहुल गांधी श्रीनगर के कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके साथ ही यात्रा समाप्त हो जाएगी। इस दिन रैली में समान विचारधारा वाली पार्टियों के नेता और प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे।