कान्स फिल्म फेस्टिवल: रूसी डेलिगेशन बैन, पर एक डायरेक्टर और उसकी फिल्म को मिली एंट्री, रूसी सरकार के हैं आलोचक

Cannes Film Festival

कान्स: 75वें Cannes Film Festival की शुरुआत हो गई हैं। कान्स ने रूस को पूरी तरह से बैन कर दिया हैं। कान्स इस साल रूस के ऑफिशियल डेलिगेशन पर भी बैन लगाया हैं। दरअसल कान्स ने यह फैसला रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के की वजह से लिया हैं।

कान्स ने इस बात की घोषणा पहले ही कर दी थी कि हम लोग इस साल रूस के डेलिगेशन का स्वागत नहीं करेंगे। हालांकि, इस फेस्टिवल में रूस के एक डायरेक्टर को एंट्री भी मिली और इसके साथ ही उनकी फिल्म की स्क्रीनिंग भी हुई।

फेस्टिवल में वॉर थीम प्रमुखता से दिखाया जा रहा:

कान्स ने इस साल अपने फेस्टिवल में रूस डेलिगेशन पर बैन लगाने के साथ-साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को भी नहीं इनवाइट किया हैं, लेकिन कांस ने रूसी डायरेक्टर किरील सेरब्रेनिकॉव को एंट्री दी हैं। वहीं उनकी फिल्म त्चिकोवस्की वाइफ की स्क्रीनिंग भी की गई हैं। 75वें कान्स की थीम में वॉर को प्रमुखता से दिखाया जा रहा हैं। इसके साथ ही फेस्टिवल एरिया के मार्केटप्लेस पर एक दिन यूक्रेन की फिल्म्स और वहां की फिल्मों को डेडिकेट किया हैं।

क्या हैं फिल्म की कहानी?

त्चिकोवस्की वाइफ की कहानी फिल्म के म्यूजिशियन प्योटर इलाइच त्चिकोवस्की की वाइफ पर बेस्ड हैं। इसकी पत्नी अपने पति की होमोसेक्शुअलिटी को स्वीकार नहीं पाती हैं। इसके बाद उसकी मानसिक हालत धीरे-धीरे कमजोर होती जाती हैं। किरील की इस फिल्म के कई सीन बेहद झकझोर देने वाले हैं। इसमें एल्योना मिखायलोवा और ओडिन बिरोन लीड रोल में हैं।

मिल रहा हैं अच्छा रिस्पॉन्स:

किरील सेरब्रेनिकॉव की फिल्म त्चिकोवस्की वाइफ को कान्स में बेहद अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा हैं। स्क्रीनिंग के बाद इस फिल्म के कई रिव्यू सामने आए हैं। इसमें एक साइट ने लिखा, किरील की म्यूजिक फ्री फिल्म हैरान करने वाली हैं। वहीं इस फिल्म के सब्जेक्ट को भी उन्होंने महान बताया हैं।

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कौन हैं किरील सेरब्रेनिकॉव:

किरील सेरब्रेनिकॉव एक रूसी डायरेक्टर हैं, जो हमेशा रूसी सरकार के मुखर आलोचक रहे हैं। साथ ही वह रूसी सरकार के हर फैसले का विरोध भी करते रहे हैं। कान्स में किरील की एंट्री भी इसी से जोड़ कर देखी जा रही हैं। इसके साथ ही किरील का जीवन भी कई कॉन्ट्रोवर्सी से भरा हुआ हैं। किरील को प्रतिष्ठित गोगोल सेंटर के बजट के फंड से गबन का भी आरोप लगा था। इसीलिए उन्हें सेंटर से निकाल दिया गया था। जिसके बाद वह कई महीनो तक हाउस अरेस्ट भी रहे, लेकिन किरील हाउस अरेस्ट के बाद भी जनवरी 2022 में हेमबर्ग पहुंचे थे।

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