चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के कैबिनेट में आधा दर्जन नए चेहरों को शामिल करने की संभावना है, जबकि 04 मंत्री जो अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार का हिस्सा थे, उन्हें हटा दिए जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस आलाकमान के साथ तीन दौर की बैठक के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में पंजाब के नए मंत्रिमंडल को शनिवार को अंतिम रूप दे दिया गया है। चन्नी ने आज शनिवार को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की और बैठक के बाद घोषणा की कि पंजाब मंत्रिमंडल का विस्तार कल रविवार को राजभवन में शाम 4:30 बजे होगा।
चरणजीत सिंह चन्नी के तीन दौर की बैठकों में से दो बैठकें 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी के आवास पर हुईं जो देर रात तक चलती रहीं।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाने वाले चार मंत्रियों को चन्नी की नई कैबिनेट से हटाए जाने की संभावना है और साथ ही आधा दर्जन नए चेहरों को पेश किया जाएगा। पंजाब कैबिनेट के नए चेहरों में राज कुमार वेरका, संगत सिंह गिलजियान, पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत नागरा, गुरकीरत सिंह कोटली, पंजाब पीसीसी के महासचिव परगट सिंह, राणा गुरजीत और राजा वारिंग हो सकते हैं।
इस बीच जिन मंत्रियों के नाम कैबिनेट से हटाए जा सकते हैं उनमें सुंदर श्याम अरोड़ा, संधू सिंह धर्मसोत, बलबीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत सिंह कांगर शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक़ सभी मंत्रियों और विधायकों को पार्टी नेतृत्व द्वारा एक ही एक ही नज़र से देखा जाता है, न कि अलग अलग तौर पर। उन्होंने कहा कि अगर कुछ मंत्रियों को हटाया जा रहा है और नए चेहरों को पेश किया जा रहा है, तो यह उनके प्रदर्शन और राज्य सरकार के प्रभावी कामकाज के आधार पर है।