मुंबई: IPL के 15वें सीजन का पहला एल क्लासिको गुरुवार को खेला जाएगा। 5 बार की CSK vs MI 4 बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स डीवाय पाटिल स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। दोनों टीमें अब तक अपने नाम के अनुरूप नहीं खेल सकी हैं। मुंबई ने खेले सभी 6 मैच हारे हैं, जबकि चेन्नई को 6 मैच में से 5 में हार मिली हैं।
दोनों टीमों पर ही लीग से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा हैं। अगर मुंबई हारी तो उसके एलिमिनेट होने का खतरा बढ़ जाएगा। एक तरह से टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी। दोनों के एक-दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन को देखा जाए तो मुंबई का पलड़ा भारी हैं। दोनों के बीच पिछले पांच मैच में से मुंबई ने तीन और चेन्नई ने दो मैच जीते हैं। पिछले सीजन में दोनों टीमों ने एक-एक मैच जीते थे।
10 टीमों के टूर्नामेंट में सबसे निचले क्रम पर मौजूद दोनों ही टीमें अभी तक सही टीम कॉम्बिनेशन बिठा पाने में असफल रही हैं। यह मैच दोनों लिए बेहद महत्वपूर्ण रहेगा। अब तक दोनों ही टीमें IPL में 32 बार भिड़ी हैं, जिसमें 19 बार मुंबई और 13 बार चेन्ई के हाथों बाजी लगी हैं।
कमजोर गेंदबाजी डुबो रही हैं CSK की लुटिया:
चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी परेशानी उसकी लचर गेंदबाजी हैं। इसके बाद अगले ही मैच में चेन्नई के खिलाफ 190 की स्ट्राइक रेट से 40 रन बनाकर उन्होंने CSK को लगभग जीता हुआ मुकाबला हरा दिया। इस दौरान चेन्नई के गेंदबाज क्रिस जॉर्डन के एक ओवर में राशिद ने 25 रन जड़ दिए। क्रिस जॉर्डन कोई पार्ट-टाइमर नहीं बल्कि चेन्नई के स्ट्राइक बॉलर हैं।
अगर मुख्य गेंदबाज की यूं दुर्दशा होगी, तो भला विजय कैसे हिस्से में आएगी। दीपक चाहर की चोट चेन्नई की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर रही हैं। उम्मीद थी कि वह अप्रैल के अंत तक टीम से जुड़ जाएंगे लेकिन उनका पूरे सीजन के लिए बाहर होना रवींद्र जडेजा की टीम के लिए बड़ा झटका हैं। चेन्नई के लिए अंडर-19 स्टार राज हंगरगेकर को मौका देना सही फायदेमंद हो सकता हैं, क्योंकि वह टीम में युवा जोश के साथ नई उम्मीदें जगा सकते हैं।
ऑक्शन की गलतियों का परिणाम भुगत रही हैं मुंबई:
मुंबई इंडियंस की तरफ देखें तो यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा हैं कि कभी इस टीम की IPL में तूती बोला करती थी। कप्तान रोहित शर्मा और ईशान किशन की ओपनिंग जोड़ी का फ्लॉप होना टीम के खिलाफ जा रहा हैं। ईशान को 15.75 करोड़ की भारी-भरकम कीमत पर खरीदने के फैसले पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। शेन वाटसन जैसे पूर्व खिलाड़ी खुलकर कह रहे हैं कि उन्हें मुंबई के बुरे प्रदर्शन का अंदाजा ऑक्शन के दौरान गलत प्लेयर्स सेलेक्शन पर भारी-भरकम रकम खर्च करने के समय ही हो गया था।
पंड्या ब्रदर्स, राहुल चाहर और ट्रेंट बोल्ट के बिना मुंबई की बॉलिंग बेहद साधारण दिखाई पड़ रही हैं। जसप्रीत बुमराह की टक्कर का दूसरा कोई बॉलर MI के पास नहीं दिखता, जो विरोधी टीमों की रनगति पर अंकुश लगा सके। ऐसे में अगर मुंबई को चेन्नई के खिलाफ मुकाबला जीतकर खाता खोलना हैं, तो ओपनिंग पार्टनरशिप के दौरान तेजी से रन चाहिए होंगे। मजबूत बेस पर ही डेवाल्ड ब्रेविस और सूर्यकुमार यादव जैसे बल्लेबाज रनों की बड़ी इमारत खड़ी कर सकते हैं।