नई दिल्ली: 16 मार्च यानी कल को भारतीय सशस्त्र बलों के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) की 65वीं जयंती के अवसर पर भारतीय नौसेना उनको सप्रेम याद कर रही है। जनरल रावत, जो एक दूरदर्शी नेता, एक विद्वान सैनिक और एक सैन्य सुधारक होने के साथ-साथ, अपनी व्यावसायिकता, सिद्धांतों, दृढ़ विश्वास और निर्णायकता के लिए जाने जाते थे। चार दशकों से अधिक लंबे कैरियर में, जनरल रावत की उपलब्धियां सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय थीं।
पहले CDS और सचिव DMA के रूप में, जनरल रावत ने सशस्त्र बलों को एकीकृत करने के लिए संगठनात्मक और संरचनात्मक सुधारों के लिए काम किया। उनके द्वारा पथ-प्रदर्शक परिवर्तनकारी पहल और नागरिक-सैन्य तालमेल के उनके प्रयास उनकी विरासत रहे हैं। जनरल रावत के उत्साह ने सशस्त्र बलों को अग्निपथ को एक विचार से वास्तविकता में तब्दील करने के लिए प्रेरित किया।
परिवर्तनकारी अग्निपथ योजना में जनरल रावत के योगदान को स्वीकार करने, सम्मान देने के लिए और तीनों सेनाओं के तालमेल और संयुक्त कौशल को बढ़ाने के लिए, भारतीय नौसेना द्वारा निम्नलिखित 02 ट्राफियां शुरू की जा रही हैं: –
(a) जनरल बिपिन रावत ‘योग्यता के समग्र क्रम में पहले स्थान पर रहने वाली महिला अग्निवीर प्रशिक्षु’ के लिए रोलिंग ट्रॉफी। यह ट्रॉफी नौसेना प्रमुख द्वारा 28 मार्च को नौसेना अग्निवीरों के पहले बैच की ‘पासिंग आउट परेड’ के दौरान इसके प्रमुख नाविक प्रशिक्षण केंद्र, आईएनएस चिल्का में दी जानी है।
(b) नेवल वॉर कॉलेज (NWC), गोवा में नेवल हायर कमांड कोर्स (NHCC) कर रहे ‘मोस्ट स्पिरिटेड ऑफिसर’ के लिए जनरल बिपिन रावत रोलिंग ट्रॉफी।