बेंगलुरु: बेंगलुरु टेस्ट Test जीतने के लिए भारत India ने श्रीलंका के सामने 447 रन का टारगेट रखा हैं। जिसके जवाब में श्रीलंका ने 9 विकेट खोकर 206 रन बना लिए हैं। प्रवीण जयविक्रमा और विश्वा फर्नांडो क्रीज पर मौजूद हैं।
एक छोर से भले ही विकेट गिर रहे हो, लेकिन दूसरे छोर पर श्रीलंका कप्तान दिमुथ करुणारत्ने डट कर खड़े रहे। उन्होंने शानदार बैटिंग करते हुए 166 गेंदों पर टेस्ट क्रिकेट में अपना 14वां और भारत के खिलाफ दूसरा शतक पूरा किया। हालांकि वह अपनी पारी को आगे नहीं बढ़ सके और जसप्रीत बुमराह की अंदर आती हुई गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए।
करुणारत्ने की कप्तानी पारी:
डे-नाइट टेस्ट में करुणारत्ने का ये दूसरा शतक रहा।
बतौर कप्तान उनका ये छठा शतक रहा।
वह चौथी पारी में 1,000 रन बनाने वाले SL के तीसरे खिलाड़ी भी बन गए हैं। उनसे पहले कुमार संगकारा (1163) और महेला जयवर्धने (1096) का नाम आता हैं।
स्टेन से आगे निकले अश्विन:
धनंजय डी सिल्वा (4) रन बनाकर अश्विन की गेंद पर आउट हुए। उनका कैच शॉर्ट लेग पर हनुमा विहारी ने पकड़ा। डी सिल्वा को आउट करने के साथ ही आर अश्विन टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले दुनिया के 8वें गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने डेल स्टेन का रिकॉर्ड तोड़ा। साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन 439 विकेट लिए थे और अश्विन के 440 विकेट हो गए हैं।
इसके बाद करुणारत्ने और निरोशन डिकवेला ने पांचवें विकेट के लिए 87 गेंदों पर 55 रन जोड़े। इस पार्टनरशिप को अक्षर पटेल ने डिकवेला (12) को आउट कर तोड़ा। डिकवेला आगे बढ़कर बड़ा शॉट लगाना चाहते थे, लेकिन अक्षर की स्पिन पर चकमा खा गए और विकेटकीपर पंत ने उन्हें स्टंप आउट किया। अक्षर ने इसके बाद चरिथ असलंका (5) को आउट कर मैदान से बाहर का रास्ता दिखाया।
अश्विन ने तोड़ी मेंडिस और दिमुथ की साझेदारी:
लाहिरु थिरिमाने (0) के आउट होने के बाद कुसल मेंडिस और दिमुथ करुणारत्ने ने श्रीलंका की पारी को संभाला। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 115 गेंदों पर 97 रन जोड़े। इस साझेदारी को आर अश्विन ने मेंडिस (54) को आउट कर तोड़ा। मेंडिस को ऋषभ पंत ने स्टंप आउट किया। विकेट गंवाने से पहले मेंडिस ने शानदार बैटिंग करते हुए केवल 57 गेंदों पर अपने टेस्ट करियर का 12वां अर्धशतक पूरा किया था। इसके बाद अगले ही ओवर में रवींद्र जडेजा ने एंजेलो मैथ्यूज (1) को बोल्ड कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई।
तीसरी बार क्लीन स्वीप का मौका:
अगर टीम इंडिया श्रीलंका को ऑलआउट कर लेती हैं तो वो तीसरी बार श्रीलंकाई टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करेगी। इससे पहले 1993-94 और 2017 में भारतीय टीम ये कारनामा कर चुकी हैं।
India के पास लगातार 15वीं सीरीज जीतने का मौका:
टीम इंडिया अगर श्रीलंका के खिलाफ मैच जीतती हैं जिसकी बहुत अधिक उम्मीद हैं, तो घरेलू मैदानों पर यह भारत की लगातार 15वीं टेस्ट सीरीज जीत होगी। भारत ने पिछली घरेलू टेस्ट सीरीज नवंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ हारी थी। उस समय महेंद्र सिंह धोनी टीम के कैप्टन थे। उसके बाद से अब तक भारतीय टीम कोई घरेलू टेस्ट सीरीज नहीं गंवाई हैं। आज तक किसी भी टीम ने अपने घरेलू मैदानों पर इतनी सीरीज नहीं जीती हैं।
टीम इंडिया के बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया का नाम आता हैं। कंगारू टीम ने अब तक घर में लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीती हैं। टीम ने ये कारनामा दो बार किया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली सीरीज नवंबर 1994 से नवंबर 2000 तक जीती, जबकि दूसरी बार ये कारनामा जुलाई 2004 से नवंबर 2008 के बीच किया था।
दोनों टीमें-
IND: मयंक अग्रवाल, रोहित शर्मा (कप्तान), हनुमा विहारी, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह
SL: दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), लाहिरु थिरिमाने, कुसल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, धनंजया डी सिल्वा, चरिथ असलंका, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), सुरंगा लकमल, लसिथ एम्बुलडेनिया, विश्वा फर्नांडो, प्रवीण जयविक्रमा।