श्रीनगर: आजादी के अमृत महोत्सव में जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) ने नई उपलब्धि हासिल कर ली है। दरअसल, इन दिनों कश्मीर लोगों का सबसे फेवरेट टूरिस्ट प्लेस बन गया है। यही वजह है कि फरवरी माह में कश्मीर घाटी की प्राकृतिक सुंदरता का एक लाख से अधिक सैलानियों ने नजारा देखा है। पर्यटन विभाग ने शनिवार को उम्मीद जताई है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी। कश्मीर पर्यटन विभाग ने यह जानकारी दी है कि अकेले फरवरी महीने में ही घाटी में 1 लाख से अधिक पर्यटक आए हैं। उन्होंने कहा कि वे आगामी पर्यटन सीजन के लिए कई तरीकों पर काम करके तैयारी कर रहे हैं, ताकि घाटी में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो।
पर्यटन रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में पर्यटन रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है। पर्यटन ने पुंछ, राजौरी, जम्मू और कश्मीर घाटी सहित जम्मू और कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम रोजगार पैदा किया है। खास बात ये है कि इस बार आए पर्यटक केवल कश्मीर व जम्मू तक सीमित नहीं रहे, बल्कि राजौरी-पुंछ जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में भी पर्यटक काफी अधिक संख्या में पहुंचे। कश्मीर पर्यटन विभाग ने बताया कि पर्यटकों की संख्या की गणना के वैज्ञानिक तरीकों पर काम कर रहे हैं। यह बड़े डेटा का युग है, इसलिए हम वैज्ञानिक तरीकों के आधार पर डेटा एकत्र करते हैं। हम पंजीकृत और अपंजीकृत होटलों से भी आंकड़े एकत्र करते हैं। निदेशक ने आगे कहा कि पर्यटकों की संख्या का सही डेटा वैज्ञानिक तरीकों से एकत्र करना महत्वपूर्ण है।
पर्यटकों से घाटी गुलजार
बेहतर सुविधा और प्रशासनिक देखरेख में राज्य पर्यटकों से गुलजार हो रहा है। हाल ही में श्रीनगर हवाई अड्डे ने एक दिन में 102 उड़ानों का संचालन करके एक नया रिकॉर्ड बनाया था। वहीं अमरनाथ यात्रा के लिए भी जम्मू-कश्मीर प्रशासन चाक चौबंद तैयारी देखी गई। इसके अलावा राज्य में पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए कई निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं।
जम्मू और कश्मीर में 75 ऑफबीट पर्यटन स्थलों पर काम
वैसे स्थानीय प्रशासन भी यहां पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु कई अन्य मॉडल और योजनाएं भी शुरू कर रहा है। ग्रामीण पर्यटन भी लोगों को काफी लुभा रहा है, और प्रसाशन इसके विकास पर काफी ध्यान दे रहा है। आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में जम्मू और कश्मीर में 75 ऑफबीट पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है।
फिल्म शूटिंग के लिए भी बन रहा बेस्ट स्पॉट
पिछले कुछ समय में जम्मू-कश्मीर एक बार फिर फिल्म शूटिंग के लिए बेस्ट पिकनिक स्पॉट बनकर उभरा है। इसके लिए हाल ही में दशकों के बाद फिल्म निर्माताओं को शूटिंग के लिए आकर्षित करने हेतु एक व्यापक फिल्म नीति शुरू की गई है। जल्द ही अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त फिल्म स्टूडियो शुरू किया जाएगा। यह जम्मू और कश्मीर की युवा प्रतिभाओं को नए अवसर प्रदान करने के अलावा, केंद्र शासित प्रदेश के व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगा।
जम्मू-कश्मीर में टूरिस्टों को मिल रही सुविधा
आजादी के इतने साल बाद पर्यटकों की बढ़ती संख्या का सीधा मतलब है विकास से। अनुच्छेद 370 हटने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर का लगातार विकास हो रहा है…कनेक्टिविटी के लिए सड़क, रेल और हवाई मार्ग पर विशेष फोकस है।
यही वजह है कि पिछले 70 सालों से लोग जम्मू-कश्मीर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग कर रहे थे… जिसके देखते हुए पीएम मोदी ने श्रीनगर से शारजाह के लिए सीधी उड़ान शुरू की। इससे पहले श्रीनगर और जम्मू से भी रात में कोई उड़ान नहीं होती थी और अब दोनों शहरों से रात की उड़ानें भी शुरू हो चुकी है।
बेहतरीन सुविधाएं मुहैया कराने के लिए व्यापक तंत्र
जम्मू और कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र को सतत विकास लक्ष्यों की दृष्टि के अनुसार विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा, आतिथ्य खंड को मजबूत करने और एक मजबूत पर्यटन बुनियादी ढांचा प्रणाली स्थापित करने के लिए भी समर्पित ध्यान दिया जा रहा है। सरकार सार्वजनिक और निजी निवेश के माध्यम से अत्याधुनिक संसाधनों के विकास की दिशा में काम कर रही है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने जम्मू-कश्मीर की पर्यटन क्षमता के प्रभावी परिवर्तन के लिए पांच-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है। कॉरपोरेट गोल्फरों, पर्यटकों और खाने-पीने के शौकीनों को बेहतरीन सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एक व्यापक तंत्र बनाया जा रहा है।