कौन थीं हिजाब में प्रदर्शन करने वाली महिलाएं: इंटेलीजेंस एजेंसियां उकसाने वाले संगठन की तलाश में जुटीं, कर्नाटक के हिजाब विवाद से गाजियाबाद गरमाया

hijab Karnataka

गाजियाबाद: कर्नाटक Karnataka के शिक्षण संस्थान से शुरू हुआ हिजाब hijab का विवाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद तक आ पहुंचा हैं। 13 फरवरी को गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन किया। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इसकी जांच में जुट गई हैं कि इन महिलाओं को सड़क तक लाने वाला संगठन कौन था। पश्चिमी यूपी में भी हिजाब विवाद पर अलर्ट कर दिया गया हैं। यह पता किया जा रहा हैं कि और कहां-कहां हिजाब पर माहौल गरम किया जा रहा हैं या प्रदर्शन हो सकते हैं।

होटल संचालक समेत 20 महिलाओं पर FIR:

खोड़ा थाने के इंस्पेक्टर बृजेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि 13 फरवरी को हुए प्रदर्शन में एक होटल संचालक को नामजद करते हुए करीब 20 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर की गई हैं। पुलिस ने प्रदर्शन की वीडियोग्राफी की थी, जिससे अज्ञात महिलाओं की पहचान की जा रही हैं।

इंस्पेक्टर ने बताया कि प्राथमिक जानकारी हुई हैं कि ये महिलाएं एक होटल में इकट्ठा हुईं। वहां से प्रदर्शन करते हुए चलीं। होटल मालिक के पीछे कौन हैं और किसकी भूमिका हैं, यह जांच का विषय हैं। इंस्पेक्टर ने इस बात से इनकार भी नहीं किया कि इस प्रदर्शन के पीछे किसी संगठन का हाथ हो सकता हैं।

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बताएं, हिजाब पर कोई विवाद तो नहीं:

उधर, हिजाब प्रकरण की जानकारी जुटाने के लिए खुफिया एजेंसियों ने पश्चिमी यूपी के सभी जिलों को मैसेज भेजा हैं। यह पता करने के लिए कहा हैं कि किसी जिले में हिजाब को लेकर कोई विवाद तो नहीं हैं। या फिर कोई संगठन इसे लेकर प्रदर्शन की तैयारी तो नहीं कर रहा। बता दें कि गाजियाबाद में जब महिलाओं ने प्रदर्शन किया, तो उस दौरान कोई पुरुष मौजूद नहीं था।

जमीयत प्रमुख बोले- हिजाब सबके लिए जरूरी:

जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी ने सोमवार को देवबंद में मतदान करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हिजाब सभी के लिए जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि जिसके अंदर जितनी शर्म और जितनी हया हैं, उतना ही पर्दा जरूरी हैं। अगर शर्म-हया नहीं हैं, तो पर्दा भी जरूरी नहीं।

वेस्ट यूपी का माहौल बिगाड़ने की साजिश:

विधानसभा चुनाव के बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश में माहौल बिगाड़ने की साजिश रची जा रही हैं। गाजियाबाद में पिछले दो दिन में दो मामले ऐसे आए, जब माहौल गर्म करने की और लोगों को भड़काने की कोशिशें हुईं। मेरठ में मतदान केंद्र के बाहर सपा नेता की पिटाई को भी हिंदू-मुसलिम रूप देने का प्रयास हुआ।

गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में 13 फरवरी को कुछ मुस्लिम महिलाओं ने हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन-हंगामा किया। उनके पास प्रदर्शन की कोई अनुमति नहीं थी। इस मामले में करीब 20 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ खोड़ा थाने में एफआईआर हुई हैं। पुलिस यह पता करने में जुटी हैं कि इस प्रदर्शन को कराने के पीछे कौन शख्स था।

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गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी इलाके में 13 फरवरी को कलश यात्रा निकली। मुस्लिम इलाके से कलश यात्रा निकालने पर विवाद हुआ, जो हल्की नोकझोंक के बाद शांत हो गया। अब अफवाह फैलाई जा रही हैं कि कलश यात्रा पर पथराव हुआ था। हालांकि, पुलिस का कहना हैं कि पथराव नहीं हुआ।

मेरठ के शास्त्रीनगर इलाके में 10 फरवरी को मतदान केंद्र के बाहर सपा नेता विपिन मनोठिया पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। उन्हें सड़क पर गिरा-गिराकर पीटा। इस मामले में चार भाजपाइयों पर मुकदमा हुआ हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर यह कहकर इस वीडियो को प्रचारित किया कि हिंदुओं को धमकी देने वाले आदिल चौधरी को पीटा जा रहा हैं, जबकि वीडियो विपिन मनोठिया का था।

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