लखनऊ: केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी का पुत्र और लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri Case) का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा मोनू क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया है। वहीं, लखीमपुर खीरी में शुक्रवार देर शाम को फिर से इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। उधर, नवजोत सिंह सिद्धू निघासन में पत्रकार रमन कश्यप के घर पर मौन अनशन पर बैठे हैं। इन सबके बीच आशीष मिश्रा को आज सुबह 11 बजे तक क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने के लिए कहा गया था।
क्राइम ब्रांच की ओर से दी गई 11 बजे की डेडलाइन से करीब 22 मिनट पहले 10:38 बजे ही आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया। क्राइम ब्रांच के दफ्तर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम भी पहले से ही पहुंच चुकी थी।
आशीष की जांच दल के सामने पेशी के मद्देनजर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजार किए गए हैं। पुलिस ने आशीष कि पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया है। चारों ओर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर ना मार सके।
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच ने आशीष मिश्रा को समन किया था। क्राइम ब्रांच की ओर से आशीष मिश्रा को समन कर 09 अक्टूबर को दिन में 11 बजे तक पेश होने को कहा था। लखीमपुर खीरी पुलिस जब समन लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के घर पहुंची थी तब वहां कोई नहीं था। पुलिस राज्यमंत्री के घर दूसरी बार नोटिस चस्पा कर आई थी।
क्राइम ब्रांच ने आशीष को पहले भी तलब किया था पर आशीष नहीं पहुंचा था। आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी। बता दें कि लखीमपुर खीरी में हिंसा भड़क उठी थी। लखीमपुर खीरी की हिंसा में 04 किसानों और एक पत्रकार समेत कुल 08 लोगों की मौत हुई थी। इस घटना को लेकर किसानों की तरफ से दर्ज कराई गई FIR में आशीष मिश्रा पर आरोप लगाया है कि किसानों पर थार गाड़ी चढ़ाई। अजय मिश्री टेनी ने बचाव करते हुए दावा किया था कि आशीष वहां मौजूद नहीं था।