नालंदा: बिहार में पंचायत चुनाव को देखते शराब माफियाओं ने शराब तस्करी के लिए नया हथकंडा अपनाया है लेकिन प्रशासन के तुरंत एक्शन में आने से शराब माफियाओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया है और सैकड़ों लीटर विदेशी शराब के साथ 11 तस्करों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। इसके बाद दोषियों पर आगे कारवाई की जाएगी।
बता दें कि पंचायत चुनाव की डेड लाइन जारी होने के बाद एक ओर जहां प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताक़त झोंकते नज़र आ रहे हैं, तो वहीं, दूसरी ओर सुशासन बाबू नीतीश कुमार के ड्राई बिहार तथा चुनाव आयोग के आदेशों की शराब माफिया द्वारा धज्जियां उड़ाने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। जिनमें एक रेलवे का अधिकारी भी शामिल बताया जा रहा है।
दिल्ली से बिहारशरीफ़ आ रही थी ट्रेन
मामला नालंदा जिले के हरनौत रेलवे स्टेशन का है। गुप्त सूचना के आधार पर GRP पुलिस RPF एस्कॉर्ट पार्टी और उत्पाद विभाग की टीम ने श्रमजीवी एक्सप्रेस के पैंट्रीकार से दिल्ली से बिहारशरीफ़ आ रहे ट्रेन में जांच के दौरान 176 बोतल विदेशी शराब अवैध तरीके से विभिन्न स्टेशनों पर उतारा गया।
पैंट्री कार का मैनेजर था सरगना
गौरतलब है कि यह सिलसिला कई महीनों से चल रहा था। इसकी सूचना एंटी लिकर ट्रांसपोर्ट को मिली तो रेलवे प्रशासन और उत्पाद विभाग के द्वारा बिहारशरीफ के रेलवे स्टेशन पर 176 बोतल विदेशी शराब के साथ 11 तस्कर को गिरफ्तार किया गया, जिनसे पूछताछ के बाद पता चला कि मेन सरगना पैंट्री कार का मैनेजर सतीश कुमार के द्वारा यह धंधा चलाया जा रहा था। जिसमें बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पावापुरी, गिरियक, हरनौत और कई रेलवे स्टेशनों पर यह माल उतारा जाता था और इनके डीलर आकर माल ले जाते थे।