बैंगलुरु: न्यूयॉर्क से आ रही एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट में महिला पर पेशाब करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया हैं। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी शंकर मिश्रा को बैंगलुरु से पकड़ा गया हैं। आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। मिश्रा एक इंटरनेशनल कंपनी में काम करता था। इस मामले के बाद कंपनी ने उसे नौकरी से निकाल दिया हैं।
पुलिस ने आरोपी शंकर मिश्रा के पिता श्याम मिश्रा को भी नोटिस दिया हैं। वो कह रहे हैं कि मेरे बेटे पर लगाए गए आरोप फर्जी हैं। पीड़ित ने मुआवजा मांगा था, हमने वो भी दे दिया, फिर पता नहीं क्या हुआ। शायद महिला की मांग कुछ और रही होगी जो पूरी नहीं हो सकी, इसीलिए वह नाराज हैं। मुमकिन है कि उसे ब्लैकमेल करने के लिए ऐसा किया जा रहा हो।
पिता बोले- बेटा थका हुआ था
आरोपी के पिता ने कहा कि शंकर थका हुआ था। वह दो दिनों से सोया नहीं था। फ्लाइट में उसे ड्रिंक दी गई थी, जिसे पीकर वह सो गया। जब वह जागा तो एयरलाइन स्टाफ ने उससे पूछताछ की। मेरा बेटा सभ्य हैं और ऐसा कुछ नहीं कर सकता। उधर, पुलिस ने एअर इंडिया के स्टाफ को शनिवार सुबह 10.30 बजे के लिए दूसरा समन जारी किया हैं। पहले दिल्ली पुलिस ने विमान के स्टाफ को शुक्रवार के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन फ्लाइट का स्टाफ हाजिर नहीं हुआ।
आरोपी की नौकरी गई
वहीं दूसरी तरफ, आरोपी शंकर मिश्रा को वेल्स फार्गो एंड कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया हैं। कंपनी ने कहा- हम प्रोफेशनल बिहेवियर के हायर स्टैंडर्ड पर काम करते हैं। हमारे कर्मचारी की ऐसी हरकत माफी के काबिल नहीं है। दिल्ली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था और उसके गायब होने की जानकारी वेल्स फार्गो कंपनी के अमेरिका स्थित कानूनी विभाग को भेजी थी।
आरोपी के घर सिर्फ मेड मिली
उधर, मुंबई में कुर्ला स्थित आरोपी के घर पर शुक्रवार को दिल्ली पुलिस पहुंची। यहां पुलिस को आरोपी और उसका परिवार नहीं मिला। घर पर काम करने वाली मेड संगीता मिली। उसने बताया कि इस घर में 03 बच्चे एक महिला के साथ रहते हैं। वह परिवार के सदस्यों का नाम नहीं जानती, लेकिन लास्ट नेम मिश्रा हैं।
संगीता पिछले एक साल से इस घर पर काम कर रही हैं। बुधवार तक पूरा परिवार इसी घर पर था। गुरुवार को संगीता छुट्टी पर थी। शुक्रवार जब आई तो देखा घर बंद हैं। संगीता ने बताया कि मिश्रा परिवार ने बताया भी नही की वो कहां जा रहे हैं। इससे पहले हर बार जाने से पहले परिवार बताकर जाता था, घर पर रखी कार भी उन्हीं की हैं।