अंकार: तुर्की और सीरिया (Turkey-Syria) में मंगलवार को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। एक दिन पहले आए 03 बड़े झटकों के बाद दोनों देशों के कई शहर तबाह हो गए हैं। 24 घंटे बाद भी यहां लाशें मिलने का सिलसिला जारी हैं। अभी भी बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स के कई टन मलबे के नीचे जिंदगियां तलाशी जा रही हैं। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं, जो मिल रहे हैं, उनकी हालात देख रेस्क्यू टीम के हाथ कांप रहे हैं। किसी के जिंदा होने की खबर मिलते ही उसे बचाने को कोशिशें और बैचेनी बढ़ जाती हैं।
तुर्की के सानलिउर्फा प्रांत में ऐसा ही वाक्य देखने को मिला, जब एक महिला को 22 घंटे बाद जिंदा बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम को ये महिला बेहोश हालात में मिली। उधर सीरिया के अलेप्पो में भी लोगों को बिल्डिंग्स की छतें काटकर निकाला जा रहा हैं। ऐसा मंजर दोनों देशों के कई शहरों में हैं।
तुर्की और सीरिया में ये तबाही 03 बड़े भूकंपों के बाद आई। पहला तुर्की के वक्त के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 04 से 05 रही।
दोनों देशों में 4,300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। तुर्किये में 2,921 लोगों की जान जा चुकी हैं और 15 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर हैं। वहीं, सीरिया में 1,444 लोग मारे गए और 02 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।
आज के बड़े अपडेट्स..
तुर्की में मंगलवार सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसका एपिसेंटर अंकारा प्रांत के मध्य एंटोलिया था। तुर्की में सरकार ने 07 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया हैं।
तुर्की को भारत ने भेजा राहत सामग्री
भारतीय एयरफोर्स का C-17 विमान मदद लेकर तुर्की रवाना। सरकार ने NDRF की 02 टीमें वहां भेजने का फैसला किया हैं। इसके अलावा, राहत सामग्री और डॉक्टरों की टीम को भी तुर्की में भेजा गया हैं।
तुर्की के वाइस प्रेसिडेंट फुआत ओक्ते ने बताया कि 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी किया गया हैं। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। फिलहाल, 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं।
तुर्की में 16 हजार से ज्यादा बचाव कर्मियों को प्रभावित इलाके में भेजा जा चुका हैं।
सीरिया के उत्तर पश्चिमी इलाके में जेल में कैद ISIL के 20 आतंकी भूकंप का फायदा उठाकर भाग गए।
लगभग 2,000 कैदी तुर्की के बॉर्डर पर राजो कस्बे की जेल में कैद थे। जैसे भी भूकंप आया इन कैदियों ने भागने की कोशिश की। रोके जाने पर इन्होंने जेल में विद्रोह कर दिया था।
2017 में आया था क्रॉस-बॉर्डर भूकंप
साल 2017 में ईरान-इराक में क्रॉस-बॉर्डर भूकंप आया था। इराक के कुर्दिश शहर हलाबजा से इरान के कर्मानशाह प्रांत में झटके महसूस किए गए थे। इसमें 630 लोगों की मौत हुई थी। 08 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
दुनिया में हर साल 20 हजार भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती हैं। नेशनल अर्थक्वेक इन्फॉर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20 हजार भूकंप रिकॉर्ड करता हैं। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। यह कुछ सेकेंड तक रहता हैं। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप साल 2004 में हिंद महासागर में आया था। यह भूकंप 10 मिनट तक रहा था।