नयी दिल्ली:
पिछले दिनों टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympic 2020) में स्वर्ण पदक जीतकर करोड़ों भारतीयों को गौरवान्वित करने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) नगद इनाम की बरसात का सिलसिा जारी है. अभी तक अलग-अलग संस्थानों और समूह ने नीरज के लिए करोड़ों रुपये का ऐलान कर चुके हैं. और वास्तव में सिलसिला अभी यहीं ही थमने नहीं जा रहा. इस तरह की कई खबरें आपको आने वाले समय में मिलती रहेंगी. बहरहाल, एक वर्ग अब यह भी चर्चा कर रहा है कि क्या नीरज चोपड़ा के लिए घोषित हुयी इनामी रकम पर उन्हें टैक्स देना पड़ेगा या इस एथलीट को यह तमाम बड़ी रकम टैक्स छूट के साथ मिलेगी. यह एक स्वाभाविक चर्चा है. हम आपको इसके बारे में बताएंगे, उससे पहले आप एक बार फिर से जान लीजिए कि चोपड़ा को कितना पैसा मिलने का अभी तक ऐलान हो चुकी है.
कुछ दिन पहले ही हरियाणा सरकार की तरफ से नीरज चोपड़ा को 6 करोड़ रुपये नकद, ए ग्रेड की सरकारी नौकरी और 50 % छूट पर प्लॉट देने की घोषणा की थी. सिलसिले की शुरुआत हुई, तो यह लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री ने 2 करोड़, मणिपुर सरकार ने 1 करोड़, बीसीसीआई ने 1 करोड़, चेन्नई सुपर किंग्स ने 1 करोड़, एजुकेशन स्टार्ट-अप बाइजूस ने 2 करोड़ और गुड़गांव स्थित एक फर्म ने नीरज चोपड़ा को 25 लाख और आईएए (इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन) ने नीरज को 75 लाख रुपये नकद देने की घोषणा की है.
इसके अलावा पंजाब स्थिति लवली यूनीवर्सिटी ने भी अपने छात्र नीरज को 50 लाख रुपये देना का फैसला किया है. मतलब यह है कि अभी तक कुल मिलाकर करीब 14.75 करोड़ नकद इनामी राशि का ऐलान हो चुका है. नकद राशि के अलावा महेंद्र ग्रुप नीरज को कुछ दिन बाद 15 अगस्त लॉन्च होने वाली अपनी नयी गाड़ी XUV700 तोहफे में देगा, जिसकी कीमत 16 लाख रुपये से शुरू होगी.
चलिए अब आपको नीरज की इनामी राशि पर लगने वाले टैक्स के बारे में जानकारी दिए देते हैं. साल 2018 में बनाए गए नियम के हिसाब से किसी भी ओलिंपिक/एशियाई खेल/राष्ट्रकुल खेल पदक विजेता खिलाड़ी को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा दी गई इनामी रकम पर कोई भी कर नहीं देना पड़ेगा, लेकिन यह बात सिर्फ और सिर्फ केंद्र और राज्य सरकार से मिलने वाली रकम और पदक विजेताओं पर ही लागू होती है. इसके अलावा नीरज को कहीं से भी इनामी रकम मिलती है, तो उन्हें इस पर 30 प्रतिशत कर चुकाना होगा.
वहीं, महेंद्र ग्रुप से मिलने वाली कार की कुल रकम पर 30 प्रतिशत आयकर भी उन्हें देना होगा. अब जब सबसे बड़ी रकम नीरज को हरियाणा सरकार से मिलने जा रही है, तो इस रकम पर उन्हें कोई कर नहीं देना होगा. और अगर इसमें पंजाब के 2 और मणिपुर के 1 करोड़ इसमें जोड़ लें, तो उन्हें 9 करोड़ रुपये की रकम पर कर नहीं देना होगा, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार को छोड़ा कहीं और किसी भी संस्थान या व्यक्ति विशेष से उन्हें कोई रकम या तोहफा इनाम में मिलता है, तो उन्हें इस पर आयकर चुकाना होगा.