पणजी: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) ने गोवा में अपने 52वें संस्करण के दौरान भारतीय पैनोरमा खंड में प्रदर्शित की जाने वाली फिल्मों के चयन की घोषणा कर दी है। इस महोत्सव का आयोजन भारत के फिल्म समारोह निदेशालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गोवा राज्य सरकार के सहयोग से 20 से 28 नवंबर तक किया जा रहा है।
महोत्सव के दौरान लोग चयनित फिल्मों का आनंद उठा सकते हैं। गोवा में नौ दिनों तक चलने वाले इस फिल्म महोत्सव के दौरान सभी पंजीकृत डेलीगेटों तथा चयनित फिल्मों के प्रतिनिधि फिल्मों की स्क्रीनिंग में उपस्थित होंगे।
फिल्म कला को बढ़ावा देना मुख्य उद्देश्य
भारतीय पैनोरमा का प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न श्रेणियों के तहत इन फिल्मों की गैर-लाभकारी स्क्रीनिंग के माध्यम से फिल्म कला को बढ़ावा देने के लिए सिनेमाई, विषयगत और सौंदर्य उत्कृष्टता की फीचर और गैर-फीचर फिल्मों का चयन करना है। अपनी स्थापना के बाद से, भारतीय पैनोरमा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन के लिए पूरी तरह से समर्पित रहा है।
प्रख्यात फिल्मकार और फिल्मी हस्तियां होंगी शामिल
फिल्मों का चयन करने वाली जूरी में भारतीय सिनेमा जगत के प्रख्यात फिल्मकार और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं। फीचर और गैर-फीचर दोनों ही खंड की प्रतिष्ठित ज्यूरी अपनी व्यक्तिगत विशेषज्ञता का प्रयोग करती है और आम सहमति के साथ समान योगदान देती हैं, जिसके साथ भारतीय पैनोरमा के लिए फिल्मों का चयन होता है।
24 फीचर फिल्म और 20 गैर-फीचर फिल्मों का हुआ चयन
आईएफएफआई के दौरान प्रदर्शन के लिए कुल 24 फीचर फिल्मों और 20 गैर-फीचर फिल्मों का चयन किया गया है। बता दें, राजीव प्रकाश द्वारा निर्देशित ‘वेद… द विजनरी’ से भारतीय गैर-फीचर फिल्म खंड का उद्घाटन होगा। वहीं फीचर फिल्म जूरी ने फीचर फिल्म खंड के उद्घाटन के लिए एमी बरुआ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘सेमखोर’ (दिमासा) का चयन किया गया है। 13 सदस्यों वाली फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता प्रशंसित फिल्म निर्माता और अभिनेता, श्री एस. वी. राजेंद्र सिंह बाबू ने की थी। 221 समकालीन भारतीय फिल्मों के विस्तृत पूल से चयनित फीचर फिल्मों का पैकेज भारतीय फिल्म उद्योग की जीवंतता और विविधता को दर्शाता है।
दिखाई जाएंगी ये फिल्में
2022 अकादमी पुरस्कारों के लिए भारत की प्रविष्टि, तमिल फिल्म कोझंगाल, उस श्रेणी में प्रदर्शित की जाएगी, जिसमें मराठी और बंगाली फिल्मों का दबदबा है। अभिनेता परमब्रत चट्टोपाध्याय के निर्देशन में बनी अभिजान पांच बंगाली फिल्मों में शामिल है, जबकि मराठी फिल्मों में गोदावरी, फ्यूनरल और बिटरस्वीट जैसी विशेष फिल्में शामिल हैं। इस सेगमेंट में चार कन्नड़ फिल्में भी हैं। दो मलयालम फिल्मों के अलावा हिंदी भाषा की फिल्में ऐट डाउन तूफान मेल और अल्फा बीटा गामा हैं।
गैर-फीचर श्रेणी के लिए, निर्देशक राजीव प्रकाश की वेद? द विजनरी उद्घाटन फिल्म के रूप में काम करेगी। वृत्तचित्र फिल्म निर्माता एस. नल्लामुथु की अध्यक्षता वाली एक जूरी ने अंतिम 20 चुनने से पहले 203 समकालीन भारतीय गैर-फीचर फिल्मों पर विचार किया।
इस सूची में भारत, प्रकृति का बालक, तीन अध्याय, जुगलबंदी और द नॉकर जैसी सात हिंदी फिल्में शामिल हैं। इसमें दो बंगाली और असमिया, गढ़वाली, गुजराती, मराठी, उड़िया, मणिपुरी, संताली और तमिल भाषाओं की एक-एक फिल्म के साथ तीन अंग्रेजी फिल्में भी हैं।