लखनऊ: संभल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘अब्बा जान’ और बीकेयू नेता राकेश टिकैत की ‘चाचा जान’ के जुमले पर अब ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने खुद को राज्य के गरीब और कमजोर वर्गों का ‘अब्बा’ (पिता) बताया।
उन्होंने कहा कि लोग मुझे ‘चाचा जान’ कह रहे हैं। मैं उत्तर प्रदेश में गरीब, कमजोर और उत्पीड़न का सामना करने वालों का पिता हूं। मैं पीड़ित और पीड़ित महिलाओं का भाई हूं। ओवैसी ने कहा की अगर कमज़ोरो की मदद उन्हें अब्बा’ बनाता है, तो मैं उनका ‘अब्बा’ भी हूं, उन्होंने बुधवार को संभल में जनता को संबोधित करते हुए कहा। आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने अंग्रेजी मुहावरे का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने डॉग व्हिसल पॉलिटिक्स क़रार दिआ,इसके मायने हैं की विरोधिओं को भड़काए बिना अपने समर्थको को गुप्त सन्देश में अपनी बात पहुंचना।
उन्होंने कहा कि वह (यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ) ‘अब्बा जान’ क्यों कहते हैं? उन्हें इसके बजाय ‘पिता जी’ कहना चाहिए। इसे ‘कुत्ते-सीटी’ की राजनीति यानी डॉग व्हिसल पॉलिटिक्स कहा जाता है। वहीं, टिकैत ने आरोप लगाया था कि ओवैसी और बीजेपी एक टीम हैं और किसानों को उनकी चाल को अच्छी तरह से समझने की जरूरत है, वे (ओवैसी } ‘चाचा जान’ है।”ओवैसी और बीजेपी एक टीम हैं। वह बीजेपी के ‘चाचा जान’ हैं। उनके पास बीजेपी का आशीर्वाद है। वह उन्हें गाली देंगे, लेकिन वे उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं करेंगे। बीजेपी उनकी मदद लेगी। किसानों को समझना होगा कि उनकी चालें समझे। ओवैसी दोहरे चेहरे के हैं। वह किसानों को बर्बाद कर देंगे। वे चुनाव के दौरान साजिश रचेंगे। टिकैत ने कहा जैसा कि जिला पंचायत चुनावों में बतलाया गया है, बागपत के लोग क्रांतिकारी हैं,वे इन बातो को बखूबी समझेंगे ।
टिकैत के बयान के बाद एआईएमआईएम प्रमुख ने उन आरोपों को खारिज कर दिया था जिसमें कहा गया था कि उनकी पार्टी बीजेपी की ‘बी टीम’ है।