नई दिल्ली/वाशिंगटन। अमेरिका के व्हाइट हाउस में शुक्रवार को भारतीय समयनुसार देर रात क्वाड देशों की बैठक हुई। बैठक खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र नोदी न्यूयॉर्क के लिए रवाना हो गए। जहां प्रधानमंत्री मोदी आज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करने वाले हैं।
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया और जापान के अपने समकक्षों के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा आयोजित क्वाड नेताओं के पहले व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन मे भाग लिया और कहा कि उनका मजबूत भरोसा है कि चार लोकतंत्रों का समूह फोर्स फॉर ग्लोबल गुड के रूप में काम करेगा और हिंद-प्रशांत के साथ-साथ पूरी दुनिया में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करेगा।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि पहली फिजिकल क्वाड समिट की ऐतिहासिक पहल के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद। हम चार देश पहली बार साल 2004 की सुनामी के बाद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की मदद के लिए साथ आए थे। आज जब दुनिया कोरोना महामारी का सामना कर रहा है तो क्वाड के रूप में हम एक बार फिर मिलकर मानावता के हित में जुटे हैं। हमारा क्वाड वैक्सीन इनीशिएटिव हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों की मदद करेगा।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अपने साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड ने सकारात्मक सोच, सकारात्मक नजरिए के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। सप्लाई चेन हो या वैश्विक सुरक्षा हो, जलवायु के मसले पर कार्रवाई हो या कोविड रिस्पॉन्स या फिर तकनीक में सहयोग, इन सभी विषयों पर मुझे अपने साथियों से चर्चा कर बहुत खुशी होगी। हमारा क्वाड एक तरह से फोर्स फॉर ग्लोबल गुड की भूमिका में काम करेगा। मुझे विश्वास है क्वाड में हमारा सहयोग हिंद-प्रशांत क्षेत्र तथा विश्व में शांति और समृद्धि सुनिश्चित करेगा।
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भारत-प्रशांत सामरिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य उपस्थिति के बीच महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने को लेकर एक नई रणनीति विकसित करने के लिए क्वाड की स्थापना की थी।