कीव/मॉस्को: रूस Russia और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी को शुरू हुई जंग अभी जारी हैं। शुक्रवार को रूस ने दावा किया कि सेना ने यूक्रेन के मारियुपोल पर कब्जा कर लिया हैं। रूस ने इसे यूक्रेन के खिलाफ अब तक की अपनी सबसे बड़ी जीत बताया। रूस का दावा हैं कि मारियुपोल के स्टील प्लांट में छिपे 2,439 यूक्रेनी लड़ाकों ने रूसी सैनिकों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया हैं।
CBS न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्लीट प्लांट में छिपे सैनिक अपनी पत्नियों को इमोशनल मैसेज भेज रहे हैं। इसमें वो जिक्र कर रहे हैं कि शायद अब हम कभी वापस नहीं आएंगे। प्लांट में छिपे यूक्रेनी सैनिक मरीन (marine) की पत्नी ओल्गा बोइको (Olga Boiko) अपने आंसू पोछते हुए बताती हैं, गुरुवार को उनके पति ने लिखा, ‘अब हम रूसी सेना के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
मुझे नहीं पता अब हम कभी मिल पाएंगे या नहीं। लव यू, किस यू, बाय।’ रूस की राज्य समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती (RIA Novosti) ने मंत्रालय के हवाले से कहा, शुक्रवार को अजोवस्टल में छिपे हुए 500 और यूक्रेनी लड़ाकों ने रूस के सामने हथियार डाल दिए हैं। इस तरह से सोमवार से शुक्रवार तक 2,439 यूक्रेनी लड़ाकों ने रूसी सैनिकों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया हैं। हालांकि, अभी तक यूक्रेन की ओर से इस बारे में कोई बयान नहीं आया हैं। इस जंग में अब तक यूक्रेन के 20 हजार से अधिक नागरिकों के मारे जाने का आशंका हैं।
दुनिया में बढ़ रहा भोजन की कमी का खतरा:
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड (Linda Thomas-Greenfield) ने शुक्रवार को BBC को बताया इस जंग से दुनियाभर में भोजन की कमी का खतरा बढ़ता जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि रूस ने यूक्रेन के बंदरगाहों पर एक तरह से कब्जा कर लिया हैं। इससे दुनियाभर में भोजन की कमी की आशंका का स्तर 10 पर पहुंच गया हैं। अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो भविष्य में बड़े संकट से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
रूस ने यूक्रेन के कल्चर सेंटर पर दागीं मिसाइलें:
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि पूर्वोत्तर खार्किव इलाके में रूस ने मिसाइल हमले किए हैं। सेना ने एक कल्चरल सेंटर को निशाना बनाया, इसमें 7 लोग घायल हो गए। जेलेंस्की ने रूस की इस कार्रवाई की निंदा की हैं। उन्होंने कहा, ‘रूस सांस्कृतिक केंद्रों, स्कूलों को निशाना बना रहा हैं। ऐसी जगहों पर हमला करने वाले लोगों के दिमाग में क्या चल रहा होगा?’
70 साल की ओक्साना (Oksana) ने बताया कि वे लीव के बाहरी इलाके में वॉलियंटियर्स सेंटर में काम करती हैं। यह सेंटर लोगों के पुराने कपड़े और जरूरत की चीजें इकट्ठा करता हैं और इस सामान को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाता हैं। उन्होंने बताया कि मार्च की शुरुआत से वे इस सेंटर से जुड़ी थीं और तब से यहां आने वाले डोनेशन में कमी आई हैं। ओक्साना ने कहा कि इस मुश्किल समय में मैं घर नहीं बैठ सकती। मैं कुछ अच्छा करना चाहती हूं।
Russia-यूक्रेन जंग के अपडेट्स:
फिनलैंड की प्रमुख गैस कंपनी गैसम ने कहा है कि रूस शनिवार से उसे नेचुरल गैस की सप्लाई देना बंद कर देगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दुनियाभर में इमरजेंसी फूड क्राइसिस से निपटने के लिए 2.3 अरब डॉलर देने की घोषणा की है।
रूसी सेना ने लुहांस्क इलाके के एक स्कूल पर गोले दागे, यहां 200 से अधिक लोग शरण लिए हुए थे। तीन लोगों की मौत हो गई।
रूस और यूक्रेन की बीच चल रही जंग से रुलाने वाले और हिम्मत देने वाली तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं। अब 28 साल की यूलिया मुद्रीत्स्का (Yulia Mudrytska) की तस्वीर सामने आई है। यूलिया यूक्रेन के नोवोसेलिव्का गांव में रूस के हमले के बाद अपनी दादी के घर से मलबा हटा रही हैं। जब गांव में रहने वाले अन्य लोग मलबा हटाने के लिए मदद का इंतजार कर रहे हैं, ऐसे में यूलिया मदद का इंतजार किए बिना खुद ही काम शुरू कर देती हैं। रूसी सेना के हमले से पहले इस गांव में करीब 900 लोग रहते थे, लेकिन हमले के बाद 80% लोग अपनी जान बचाने के लिए यहां से भाग गए हैं।