सिंगापुर: भारत को डबल ओलिंपिक मेडल दिलाने वाली शटलर PV Sindhu ने सिंगापुर ओपन सुपर 500 सीरीज खिताब जीत लिया हैं। उन्होंने रोमांचक फाइनल में चीन की ZY वांग को 21-9, 11-21, 21-15 से हराया। सिंधु ने पहली बार सिंगापुर ओपन जीता हैं।
27 साल की सिंधु ने साल का तीसरा टूर टाइटल जीता हैं। इससे पहले हैदराबादी खिलाड़ी ने सैय्यद मोदी और स्विस ओपन जीता था। वे पिछले महीने हुए मलेशिया ओपन और मलेशिया मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल राउंड से हारकर बाहर हो गई थीं।
ऐसा रहा फाइनल का रोमांच
सिंधु ने जीता पहला गेम: स्कोर 21-9 शुरुआती गेम में पीवी सिंधु पूरी तरह हावी रहीं। उन्होंने इस गेम को 21-9 के बड़े अंतर से अपने नाम कर लिया। इस गेम में सिर्फ एक दफा स्कोर (2-2) बराबरी पर आया। उसके बाद सिंधु ने लगातार बढ़त हासिल की।
दूसरे गेम में चीन की वापसी: 21-11 पहले गेम में मिली हार से बौखलाई चीनी स्टार ने जोरदार वापसी की। उसने इस गेम में सिंधु को आसपास भी नहीं रहने दिया। पूरे कॉन्टेस्ट में वे एकतरफा बढ़त पर नजर आईं। भारतीय स्टार ने कुछ अंक जरूर हासिल किए, लेकिन वे जीत के लिए काफी नहीं थे। वांग की इस जीत के साथ फाइनल मुकाबला 1-1 की बराबरी पर आ गया।
निर्णायक गेम में सिंधु का जोर: 21-15 अब मुकाबला बराबरी का था। तीसरा गेम जो जीतता, खिताब उसका। ऐसे में सिंधु ने पहली ही रेलिंग जीतकर बढ़त ली, फिर चीनी प्लेयर को अंक मिला। वांग ने गेम की शुरुआत में जोर लगाया, लेकिन सिंधु ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए जीत हासिल की। इस गेम के रोमांच का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि इसमें 04 बार स्कोर बराबरी पर आया, लेकिन आखिर में सिंधु ने बढ़त हासिल की और उसे जीत में बदल दिया। बीच में वांग ने वापसी की नाकाम कोशिश की, लेकिन सिंधु ने उन्हें मौका नहीं दिया।
सिंगापुर ओपन जीतने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी
पीवी सिंधु सिंगापुर ओपन जीतने वाली तीसरी खिलाड़ी बनी हैं। वे यह ट्रॉफी हासिल करने वाली दूसरी भारतीय महिला शटलर भी हैं। उनसे पहले साइना नेहवाल 2010 और साई प्रणीत 2017 में यह टाइटल जीत चुके हैं।
कावाकामी को हराकर फाइनल में पहुंची थीं सिंधु
वे जापानी खिलाड़ी सीना कावाकामी को 21-15, 21-7 से हराते हुए इस 500 सुपर सीरीज टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थीं। दूसरी ओर चीनी खिलाड़ी ZY वांग ने विमेन सिंगल्स के दूसरे सेमीफाइनल में जापान की आया आरोरी को 21-14, 21-14 से हराते हुए खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था।
सेमीफाइनल से बाहर हुए साइना-प्रणय
32 साल की साइना नेहवाल को जापान की आया अहोरी ने 21-13, 15-21, 22-20 से हराया। साइना नेहवाल निर्णायक गेम के आखिरी 02 पॉइंट गंवाकर बाहर हुईं। वहीं, एचएस प्रणय को जापान के ही कोदाई नाराओका से 12-21, 21-14, 21-18 से हारकर बाहर होना पड़ा।
8 साल बाद सीरीज फतह: पंत के तूफानी शतक से तीसरे वनडे में भारत ने इंग्लैंड को 5 विकेट से धोया
19 साल में हासिल की कई उपलब्धियां
सिंधु ने बैडमिंटन करियर की शुरुआत 2003 में की थी। आठ साल की सिंधु ने पुलेला गोपीचंद के ऑल इंग्लैंड खिताब से प्रेरित होकर रैकेट उठाया था। आज वे अपने गुरु से भी आगे हैं। सिंधु ने 19 साल के करियर में ओलिंपिक गेम्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप जैसी दर्जनों उपलब्धियां हासिल की हैं।
खेल रत्न से नवाजी जा चुकी हैं
बैडमिंटन में योगदान के लिए भारत सरकार पीवी सिंधु को 2016 में राजीव गांधी खेल रत्न से नवाज चुकी है। इतना ही नहीं, उन्हें अन्य पद्म पुरस्कार भी मिल चुके हैं।