कुछ महीनों से सूर्य पर रहस्यमयी गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। हाल ही में 11 अप्रैल को सूरज पर मौजूद एक डेड स्पॉट (मृत धब्बे) पर जोरदार विस्फोट हुआ हैं, जो पृथ्वी के लिए खतरा साबित हो सकता हैं। वैज्ञानिकों का कहना हैं कि इस स्पॉट से निकलने वाले रेडिएशन के कारण धरती पर गुरुवार या शुक्रवार को जियोमैग्नेटिक Solar Storm स्टॉर्म (तूफान) आएगा। इससे रात में ब्लैकआउट होने और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खराब होने की आशंका हैं।
क्या होता हैं जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म?
जियोमैग्नेटिक स्टॉर्म एक प्रकार का सोलर स्टॉर्म (सौर तूफान) हैं। यह सूरज से निकलने वाला ऐसा रेडिएशन हैं जो पूरे सौरमंडल को प्रभावित करने की क्षमता रखता हैं। यह धरती की मैग्नेटिक फील्ड पर असर करने वाली आपदा हैं। इससे पृथ्वी के आसपास के वातावरण की ऊर्जा पर भी असर पड़ता हैं।
सोलर स्टॉर्म के लिए नेशनल ओशिएनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के स्पेस वेदर प्रिडिक्शन सेंटर (SWPC) ने भी चेतावनी जारी की हैं। NOAA के मुताबिक, 14 अप्रैल को मॉडरेट तो 15 अप्रैल को माइनर स्टॉर्म धरती को प्रभावित करेगा।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने स्टॉर्म की कैटेगरी को लेकर चेतावनी दी हैं। NASA के मुताबिक, आने वाला सोलर स्टॉर्म G2 कैटेगरी का हैं। इस लेवल का तूफान G5 जितना भयानक तो नहीं होता, लेकिन फिर भी काफी हद तक डैमेज कर सकता हैं।
Solar स्टॉर्म से किन चीजों पर होगा असर?
गुरुवार या शुक्रवार को आने वाले सोलर स्टॉर्म का असर मोबाइल नेटवर्क और बिजली के वोल्टेज से समझा जा सकता हैं। इसकी वजह से GPS सिग्नल और मोबाइल नेटवर्क में गड़बड़ी आ सकती हैं। साथ ही पृथ्वी के लोअर ऑर्बिट में घूम रहे सैटेलाइट्स भी प्रभावित हो सकते हैं। उनका कनेक्शन टूट सकता हैं। इससे पूरी दुनिया में रेडियो ब्लैकआउट होने की आशंका भी हैं।
इस जोरदार तूफान की वजह से बिजली भी जा सकती हैं। वोल्टेज ऊपर-नीचे होने की वजह से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस खराब हो सकते हैं, इसलिए इन हालात में कोई भी डिवाइस चार्ज न करें।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटना:
इसी साल की शुरुआत में एलन मस्क की स्पेस कंपनी के 40 सैटेलाइट्स जियोमैग्नेटिक तूफान के शिकार हुए थे। सूरज से आते हुए विस्फोट के रेडिएशन ने इन 40 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में ही मार गिराया था।