नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जारी देश की महिला पहलवानों के धरने का शुक्रवार को तीसरा दिन हैं। जंतर-मंतर पर चल रहे धरने में हरियाणा की खाप पंचायतें भी पहुंच सकती हैं। गुरुवार को फोगाट खाप के आह्वान पर सर्वजातीय सर्व खाप पंचायत हुई। इसमें तय किया गया कि अगर पहलवानों की मांगे न मानी गईं तो दो 02 में खाप पंचायतें धरने में शामिल होंगी।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने धरना दे रहे पहलवानों को गुरुवार रात अपने सरकारी आवास पर डिनर पर बुलाया। बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई पहलवान 04 गाड़ियों से पहुंचे थे। बैठक रात 10 बजे शुरू हुई थी और करीब पौने चार घंटे चली। अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से कुश्ती संघ के अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करने को कहा।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह आज गोंडा में 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। और अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब दे सकते हैं। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर आज फिर सुबह 10.30 बजे पहलवानों से दूसरे दौर की बातचीत करेंगे। सूत्रों के मुताबिक खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच और मांगों पर विचार के लिए कमेटी बनाने का सुझाव दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस पर पहलवान राजी नहीं हैं।
फेडरेशन को 72 घंटे का अल्टीमेटम
इससे पहले गुरुवार को खेल मंत्रालय ने पीड़ित खिलाड़ियों को बुलाकर करीब एक घंटे तक बातचीत की थी। बातचीत से पहलवान संतुष्ट नहीं हुए। उनकी मांग पहले WFI अध्यक्ष को हटाने की थी, अब वे कुश्ती संघ को भंग कराना चाहते हैं।
उन्होंने कहा- मांग पूरी होने तक उनका धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। खेल मंत्रालय ने कुश्ती संघ को नोटिस भेजकर जवाब के लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया हैं। इसकी मियाद शनिवार रात यानी 21 जनवरी को खत्म होगी।
उधर, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने धरना दे रहे पहलवानों को गुरुवार रात अपने सरकारी आवास पर डिनर पर बुलाया। बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, रवि दहिया, दीपक पूनिया, बबीता फोगाट समेत कई पहलवान 4 गाड़ियों से पहुंचे थे। बैठक रात 10 बजे शुरू हुई थी और करीब पौने चार घंटे चली। अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से कुश्ती संघ के अध्यक्ष के जवाब का इंतजार करने को कहा।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह आज गोंडा में 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। और अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब दे सकते हैं।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर आज फिर सुबह 10..30 बजे पहलवानों से दूसरे दौर की बातचीत करेंगे। सूत्रों के मुताबिक खेल मंत्रालय ने आरोपों की जांच और मांगों पर विचार के लिए कमेटी बनाने का सुझाव दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि इस पर पहलवान राजी नहीं हैं।
बृजभूषण सिंह ने कहा- मैं इस्तीफा नहीं दूंगा
WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मेरे खिलाफ कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के इशारे पर राजनीति हो रही है। जो आरोप लगा रहे हैं, उनका करियर खत्म हो गया है। ज्यादातर पहलवान एक ही कम्युनिटी से हैं। पार्टी का जो आदेश मिलेगा, उसी को मानूंगा।’
ये फोटो गुरुवार की है। खेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पहलवानों ने पहले अपने साथियों से बात की, उसके बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखी। ये फोटो गुरुवार की है। खेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पहलवानों ने पहले अपने साथियों से बात की, उसके बाद मीडिया के सामने अपनी बात रखी।
विनेश फोगाट- हम अध्यक्ष का इस्तीफा भी चाहते हैं और अध्यक्ष को जेल भी भिजवाएंगे। हमारे साथ बहुत गलत हुआ है। हम बिना सबूत यहां नहीं बैठे हैं। अध्यक्ष दो मिनट मेरे सामने आंखों में आंखें में डाल कर बोल दें कि गलत नहीं किया है। हमारी लड़ाई लड़कियों को शोषण से बचाना है।
बजरंग पूनिया- हमारे साथ हिंदुस्तान के सारे रेसलर हैं। अध्यक्ष ने कहा था सबूत दो तो फांसी पर लटक जाऊंगा। पहले हमारे साथ दो लड़कियां थीं, अब हमारे साथ विद प्रूफ 6-7 लड़कियां हैं, जिनका अध्यक्ष ने शोषण किया है। हम पीछे नहीं हटेंगे। हम सिर्फ इस्तीफे से संतुष्ट नहीं होंगे। हम फेडरेशन को भंग कराना चाहते हैं।
साक्षी मलिक: बैठक में हमें सिर्फ आश्वासन दिया गया है। हम आश्वासन से संतुष्ट नहीं है। हमें हमें ठोस कार्रवाई चाहिए।
जानिए WFI अध्यक्ष पर लगे आरोप और पूरे मामले ?
WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर 200 से ज्यादा खिलाड़ी बुधवार यानी 18 जनवरी से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं।
धरने पर बैठीं एक महिला पहलवान का आरोप हैं कि राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आगे बढ़ने के लिए एक कोच ने उन्हें ‘साथ’ देने का दबाव डाला था। महिला पहलवान ने कहा वह पुलिस काे बयान देने को तैयार हैं।
पहलवान अंशु मलिक ने आरोप लगाया है कि संघ के अध्यक्ष सिंह नियम विरुद्ध होटल में महिला पहलवानों के सामने वाले कमरे में रहते थे। सिंह हमेशा अपने कमरे का दरवाजा खुला रखते थे। हम सभी डर के साए में टूर्नामेंट खेलती थीं।