इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) कथित तौर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के हाथों में पड़ने के भय से अफगान तालिबान से अमेरिकी सैन्य हथियार खरीद रहा है। एक नई रिपोर्ट से यह साफ हुआ है। यह तब हुआ जब एक व्यापक युद्धविराम को लेकर इमरान खान सरकार और प्रतिबंधित संगठन के बीच बातचीत हो रही है और दूसरी ओर पाकिस्तान आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
बता दें कि अगस्त के मध्य में जब तालिबान ने काबुल में सत्ता संभाली है, पाकिस्तान में सीमा पार से हिंसा तेज हो गई है और इसी तरह TTP के अंतिम गढ़ उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा अभियान चला है। अगस्त में वापस, रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि तालिबान अफगान सेना से पाकिस्तान को भारी मात्रा में अमेरिकी हथियारों की आपूर्ति कर रहा था।
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गौरतलब है कि द न्यूयॉर्क टाइम्स ने पिछले महीने रिपोर्ट दी थी कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद सीज हथियार अफगान बंदूक डीलरों द्वारा दुकानों में खुले तौर पर बेचे जा रहे हैं, जिन्होंने सरकारी सैनिकों तथा तालिबान सदस्यों को बंदूकें और गोला-बारूद के लिए भुगतान किया था।