कीव/मॉस्को: जंग attack के 39वें दिन यूक्रेन Ukraine की राजधानी कीव के आसपास के इलाकों को रूसी सेना खाली कर रही हैं। वहीं इन जगहों पर डरा देने वाला मंजर देखने को मिल रहा हैं। राजधानी कीव के पास एक कस्बे की सड़क पर 20 लाशें पड़ी मिलीं। यूक्रेन ने दावा किया हैं कि इन लोगों के हाथ पीछे से बांधकर सिर में गोली मारी गई।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने रूस को आतंकी संगठन ISIS से भी बदतर बताया हैं। टाइम्स रेडियो से बात करते हुए दिमित्री ने कहा- बुचा शहर से पीछे हटते वक्त रूसी सैनिक गुस्से में बेवजह आम लोगों की हत्या कर रहे थे। ये लोग उनका कोई विरोध भी नहीं कर रहे थे। रूस ISIS से भी बदतर हैं।
अन्य अपडेट्स:
19 दिन से लापता पत्रकार की लाश मिली, वो कीव में जंग कवर करने गए थे।
रूसी सेना की वापसी के बाद बुचा की सड़कों पर लाशें पड़ी दिख रही हैं।
पोप फ्रांसिस ने कहा कि वे यूक्रेन में युद्ध क्षेत्र का जायजा लेने जाएंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने आज यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से बात की।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा- मारियुपोल से 3,000 से अधिक लोगों को बचाया गया।
मारियुपोल में बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। इन लोगों को बचाने का प्रयास जारी हैं। रेड क्रॉस ने शनिवार को कहा कि वह अभी तक प्रभावित बंदरगाह शहर तक नहीं पहुंचा हैं, जहां एक लाख लोग फंसे हुए हैं।
कीव पर Ukraine का नियंत्रण कायम किया:
यूक्रेन के उप रक्षा मंत्री अन्ना मल्यार का कहना हैं कि कीव के सभी क्षेत्रों पर हमने अपना नियंत्रण कायम कर लिया हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने लोगों से मरियुपोल सहित देश के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में लड़ाई के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।
यूक्रेन में जब्त होगी रूस समर्थकों की संपत्ति, कानून पास:
यूक्रेनी संसद ने रूसी युद्ध समर्थकों की संपत्ति की जब्ती की अनुमति देने वाला कानून पारित कर दिया हैं। यह कानून उन संपत्तियों को भी जब्त करने की इजाजत देता हैं जो न केवल रूसी राज्य या उसके निवासियों से संबंधित हैं, बल्कि उन गैर निवासियों के लिए भी हैं जो रूस की सरकार से जुड़े हैं।
मासूमों को ह्यूमन शील्ड बना रहे रूसी सैनिक:
यूक्रेन के एक बड़े अधिकारी ने रूसी सेना पर बच्चों को ह्यूमन शील्ड की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया हैं। यूक्रेन की डिफेंस मिनिस्ट्री के प्रवक्ता कर्नल ऑलेक्जेंडर मोटुज्यानिक ने कहा- दुश्मन अपने काफिले, अपने वाहनों को ले जाते समय यूक्रेनी बच्चों को ह्यूमन शील्ड के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। रूस के सैनिक बच्चों को इसलिए बंधक बना रहे हैं, ताकि उनके माता-पिता यूक्रेनी सैनिकों को दुश्मनों की मूवमेंट के बारे में जानकारी न दे सकें।