वाशिंगटन: कई रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक सांसदों ने बुधवार सुबह अफगानिस्तान पर बिडेन प्रशासन के सदस्यों के साथ एक क्लासिफाइड ब्रीफिंग के दौरान गुस्से में हंगामा किया, उनका इल्ज़ाम था कि ब्रीफिंग के दौरान उनके सवालों को नज़रअंदाज़ किया गया। सूत्रों का हवाला देते हुए अमेरिकी न्यूज़ चैनल CNN ने बताया कि विदेश विभाग, पेंटागन, होमलैंड सिक्योरिटी विभाग और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के निदेशक के कार्यालय द्वारा हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के सदस्यों के लिए ब्रीफिंग के दौरान उनके बुनियादी सवालों के जवाब देने में विफल रहने के बाद सांसद निराश थे।
विदेश विभाग के अधिकारी ये बता रहे थे कि लगभग 100 अमेरिकी अभी भी अफगानिस्तान में हैं जो तालिबान के क़ब्ज़े बाद युद्धग्रस्त देश से बाहर निकलना चाहते हैं। कुछ सांसदों ने सीएनएन को बताया है कि वे सही संख्या को जानना चाहते हैं, ब्रीफिंग में ये बताया गया कि पिछले कुछ हफ्तों में अफगानिस्तान से 75 से अधिक अमेरिकियों को निकाला गया। विदेश विभाग के अधिकारियों ने कहा कि जोखिम भरे ज़मीनी हालात के कारण वे अधिक सटीक आंकड़ा नहीं दे सकते।
विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने बुधवार को सीएनएन को बताया कि वे कांग्रेस के साथ बातचीत को लेकर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं।
हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के एक सीनियर रिपब्लिकन माइकल मैककॉल ने बुधवार को सीएनएन के जेक टाॅपर को बताया कि “हर कोई बैठक से बाहर चला गया”, उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रशासन के अधिकारियों को अभी भी अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकियों की सही संख्या का पता है? उन्होंने कहा की उन्हें नहीं लगता की ईमानदारी से प्रशासन को सही संख्या का मालूम है।
एक डेमोक्रेटिक सहयोगी ने सीएनएन को बताया कि कुछ सदस्यों ने बुधवार को क्लासिफाइड ब्रीफिंग को छोड़ दिया क्योंकि कुछ रिपब्लिकन सदस्य COVID -19 प्रोटोकॉल के मुताबिक़ मास्क नहीं पहना था। सहयोगी ने कहा कि कई सदस्य विदेश विभाग के साथ बातचीत को लेकर संतुष्ट थे।
वहीं, लोगों को अफ़ग़ानिस्तान से बाहर निकलने के लिए धीमी गति से उड़ानें जारी हैं, जिसमें पिछले सप्ताह 21 अमेरिकी नागरिकों को बाहर निकला गया। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार अधिकारियों का कहना है कि विशेष रूप से अमेरिका, कतर और तालिबान के बीच आवश्यक समन्वय के कारण उन लोगों की पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है जिनके पास सभी ज़रूरी दस्तावेज नहीं हैं।