नई दिल्ली। अमेरिकी अधिकारी इन दिनों रहस्यमय बीमारी हवाना सिंड्रोम के शिकार बन रहे हैं। अमेरिकी मीडिया की मानें तो भारत की यात्रा से लौटे अधिकारी ने हवाना सिंड्रोम के लक्षणों की शिकायत की थी। हवाना सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जिसने देश और विदेश में अमेरिकी राजनयिकों, जासूसों और अन्य अधिकारियों को अपने चपेट में ले लिया है।
CIA के डायरेक्टर बिल बर्न्स हाल में भारत के दौरे पर थे। इस दौरे पर बर्न्स की टीम के एक सदस्य में हवाना सिंड्रोम के लक्षण का पता चला है। गत एक महीने में अमेरिकी खुफिया अधिकारियों में हवाना सिंड्रोम के लक्षण दूसरी बार दिखाई दिए हैं। इसके कारण जो बाइडन प्रशासन के आला अधिकारी की अंतर्राष्ट्रीय यात्रा प्रभावित हुई है। पिछले महीने उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की वियतनाम यात्रा में इन्हीं वजहों से देरी हुई थी।
जानें क्या है हवाना सिंड्रोम ?
साल 2016 में अमेरिकी खुफिया के कई ऑफिसर्स और राजनयिक क्यूबा की राजधानी हवाना में थे। इस दौरान कई कर्मचारियों को मिचली, तेज सिरदर्द, थकान, चक्कर आने की दिक्कतें आने लगी। कई कर्मचारियों में नींद ना आने जैसी समस्या भी दिखी। इसका लंबे समय तक असर रहा। इस रहस्यमय बीमारी से प्रभावित कर्मचारियों में से तो कुछ तो ठीक हो गए लेकिन कई लोगों के सामान्य काम भी कई माह तक प्रभावित रहे। इस बीमारी को हवाना सिंड्रोम का नाम दिया गया।
अमेरिका इस रहस्यमय बीमारी के बारे में कई वर्षों से जांच करता आया है। 2020 के आखिर में अमेरिकी नेशनल एकेडमिक्स ऑफ साइंसेज ने हवाना सिंड्रोम की संभावित वजह डायरेक्टेड माइक्रोवेव रेडिएशन को बताया। हालांकि यह अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह इंसान की जान ले सकते हैं या स्थायी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
क्या इस रहस्यमयी बीमारी के पीछे रूस है ?
रूस, चीन. यूरोप समेत कई एशियाई देशों में तैनात अमेरिकी खुफिया अधिकारियों के साथ भी ऐसा हो चुका है। बता दें कि कुछ अमेरिकी अफसरों का मानना है कि इसके पीछे रूसी खुफिया एजेंसी का हाथ है। हालांकि अमरिकी सरकार ने इस सिंड्रोम को लेकर आधिकारिक तौर पर अभी तक किसी भी देश का नाम नहीं लिया है।
सिंड्रोम के बढ़ते केस को लेकर CIA के प्रवक्ता ने कहा है कि हम घटानाओं या अधिकारियों पर कमेंट नहीं करते। अगर कोई असामान्य घटना को रिपोर्ट करते हैं तो हमारे पास प्रोटोकॉल हैं। हम उन्हें तत्काल उचित ईलाज देते हैं। हम अपने अधिकारियों की सुरक्षा की हर संभव कोशिश करते रहेंगे।
CIA डिप्टी डायरेक्टर डेविड एस कोहेन ने बीमार हो रहे आधिकारियों के मद्देनजर बताया कि हम नतीजे के करीब पहुंच रहे हैं लेकिन अब तक किसी फैसले पर नहीं पहुंच पाए हैं। उन्होंने इसे क्लासिक खुफिया समस्या की संज्ञा दी है। उनका कहना है कि यह एक गंभीर समस्या है। यह हमारे अधिकाकारियों को बीमार कर रहा है। इसकी छानबीन में लगे हैं।