कीव/मॉस्को: यूक्रेन Ukraine जंग War को 52 दिन बीत चुके हैं। इस बीच, ब्लैक सी में वॉरशिप डूबने के बाद रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी हैं। रूस ने कहा हैं कि अमेरिका यूक्रेन को हथियार देना बंद करे। ऐसा न करने पर अमेरिका को ऐसे जोखिम का सामना करना पड़ सकता हैं, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।
इस मसले पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका को यूक्रेन का समर्थन जारी रखने से कोई भी नहीं रोक सकता। नेड ने कहा कि रूस को यूक्रेन के लिए अमेरिकी समर्थन से आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए। बता दें कि कुछ दिन पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के लिए 800 मिलियन डॉलर (करीब 6,089 करोड़ रुपए) के मिलिट्री सहायता को मंजूरी दी हैं। इस सैन्य सहायता की पहली खेप अगले 24 घंटों में यूक्रेन पहुंचने वाली हैं, जिसमें 11 हेलिकॉप्टर, 18 हॉवित्जर तोप और 300 स्विचब्लेड ड्रोन शामिल हैं।
War के बड़े अपडेट्स:
शनिवार को खार्किव में हुए रूसी हमले में अब तक 10 लोगों के मौत की खबर हैं। इनमें 7 महीने का एक बच्चा भी शामिल हैं। वहीं, 35 लोग घायल हुए हैं।
दक्षिणी यूक्रेन के मायकोलाइव शहर में शुक्रवार को रूस ने हमले किए। रिहायशी इमारतों पर हुए हमले में 5 यूक्रेनी नागरिकों की मौत हुई हैं। वहीं, 15 घायल हुए हैं।
रूसी सेना ने चेर्निहीव में यूक्रेनी सैनिकों पर शुकवार रात फिर से गोलाबारी की। इससे पहले शुक्रवार सुबह, रूसी सैनिकों ने रूसी सीमा के पास यहां के सेनकिवका गांव पर गोलाबारी की थी।
जर्मनी ने शुक्रवार को कहा कि वह यूक्रेन को सैन्य सहायता में एक बिलियन यूरो देने की योजना बना रहा हैं। यूक्रेन बर्लिन से बड़े हथियार नहीं मिलने की शिकायत कर चुका हैं।
जेलेंस्की की बाइडेन से अपील- रूस को आतंकवाद को स्पांसर करने वाला देश घोषित करें:
वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बातचीत की। जेलेंस्की ने बाइडेन से रूस को आतंकवाद को स्पांसर करने वाला देश घोषित करने की अपील की। हालांकि,इसे लेकर बाइडेन ने कोई भी आश्वासन नहीं दिया।
अमेरिका पहले ही रूस को आतंकवाद के स्पांसर करने वाले देशों की लिस्ट में शामिल करने से इनकार कर चुका हैं। इसमें अभी उत्तर कोरिया, सीरिया, क्यूबा और ईरान शामिल हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने पिछले महीने मीडिया से कहा था कि हम जमीनी कार्रवाई पर फोकस कर रहे हैं। इस लिस्ट में रूस को शामिल करने से उन देशों पर भी असर पड़ेगा जो मास्को के साथ व्यापार कर रहे हैं।
रूसी सेनी की वापसी के बाद कीव में से 900 से अधिक नागरिकों के शव मिले:
कीव पुलिस के चीफ ने शुक्रवार को एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि रूसी सेना के इलाके से हटने के बाद से 900 से अधिक नागरिकों के शव खोजे गए हैं। एंड्री नीबितोव ने कहा कि शवों की जांच की गई और विस्तृत जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया हैं। नीबितोव ने यह भी कहा कि शेवचेंको गांव में कुछ लोगों के शवों की पहचान कर ली गई हैं। वे सिविलियन्स थे और उन्हें गोली मारी गई थी।
नीबितोव के मुताबिक, जिन लोगों को गोली मारी गई उनमें से कुछ ने रूसी सेना से खुद को बचाने के लिए हाथ पर सफेद बैंड बांधे थे। हमारे शहरों के कब्जे के दौरान, रूसी सेना ने उन नागरिकों को सफेद बैंड पहनने को कहा, जिनकी जांच हो चुकी थी। इसलिए जान बचाने के लिए हमारे लोगों ने इन सफेद बैंड्स को पहना था।
अमेरिकी विदेश मंत्री बोले- 2022 के अंत तक चल सकती हैं जंग:
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा हैं कि अमेरिका का मानना हैं कि रूस- यूक्रेन जंग 2022 के अंत तक चल सकती हैं। ये बाते सीएएन ने दो यूरोपीय अधिकारियों के हवाले से बताई हैं।
यही बात दोहराते हुए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहै हैं कि यूक्रेन में लड़ाई लंबी खिंचने की की संभावना हैं। यह महीनों या उससे भी अधिक समय तक चलेगी। यूरोपीय अधिकारियों ने बताया कि इस बात कि कम ही संभावना हैं कि पुतिन सैन्य हार का सामना करने तक डिप्लोमेटिक डॉयलाग का सहारा लेंगे।
रूसी हमले में अब तक 1982 यूक्रेनी नागरिकों ने जान गंवाई:
UN की मानवाधिकार एजेंसी ने कहा कि जंग की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में 1982 नागरिक मारे गए हैं। इनमें 511 पुरुष, 323 महिलाएं, 34 लड़कियां और 56 लड़के शामिल हैं। वहीं, 72 बच्चे की भी मौत हुई हैं और 2,651 लोग घायल हो चुके हैं।