Mexico में कहां से आए इतने सारे डायनासोर, ये 13 से 27 इंच लंबे होते हैं !

Coatis

नई दिल्ली (News Desk): सोशल मीडिया पर वैसे तो कई चीज वायरल होते हैं लेकिन एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जो काफी हैरान करने वाला है। इसमें दिख रहा है कि Mexico के एक जंगल में किसी छोटी नदी के एक तरफ डायनासोर जा रहे हैं। ये समूह हैं और जंगल से निकल कर नदी के एक ओर से दूसरी तरफ भागते नजर आ रहे हैं। इन डायनासोर्स में कुछ छोटे हैं तो कुछ बड़े भी हैं।

वीडियो में यह बात साफ नहीं हो रही है कि इनका रंग क्या है पर ये भूरे और काले रंग के दिखाई दे रहे हैं। इनमें से कुछ की लंबी गर्दन है। कुछ की छोटी, मजबूत पीठ है और पिछले हिस्से में पूंछ नहीं है। बता दें कि इनमें से कुछ तो बेहद तेजी से भागते दिख रहे हैं। कुछ बुजुर्गों की तरह समूह की निगरानी करते दिख रहे हैं। जैसे वो समूह को रास्ता दिखा रहे हैं।

आइये बताते है कि आखिरकार ये डायनासोर जैसे जीव है क्या? असल में ये नेवले जैसे जीव हैं जो उलटा चलने की महारत हासिल रखते हैं। इनका नाम है कोएटिस या कोएटिमुंडिस (Coatis or Coatimundis)। ये दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, मेक्सिको और दक्षिण-पश्चिम अमेरिका में पाए जाते हैं। इनका नाम ब्राजील के तुपियन भाषा से लिया गया है। ये जीव 13 से 27 इंच लंबे होते हैं।

इनकी पूंछ इनके शरीर से ज्यादा बड़ी या बराबर आकार की होती है। इनका वजन 02 से 08 किलोग्राम होता है। नर कोएटिस आकार में मादा से दोगुने बड़े होते हैं। इनका शरीर बेहद लचीला, हल्का, तेज दौड़ने वाला होता है। इनकी काबिलियत ये है कि बिना पीछे देखे अपनी पूंछ हवा में लहराते हुए काफी तेजी से भाग सकते हैं। इनके पंजे भालू और रकून की तरह होते हैं। जबकि मुंह सुअर के थूथन की तरह होता है।

Coatis

कोएटिस जिस तरह से पूंछ उठाकर तेजी से भागता है, उसे दूर से देखने पर यही लगेगा कि डायनासोर चल रहे हैं। ये थोड़ा गर्म इलाकों में रहना पसंद करते हैं। जहां पर ज्यादा नमी होती है- जैसे- एरिजोना, न्यू मेक्सिको, टेक्सास से लेकर उरुग्वे तक। आम तौर पर ये सात साल तक जीते हैं अगर इनका कोई जानकर शिकार न कर ले या इन्हें कोई बीमारी न हो। अगर इन्हें चिड़ियाघर में रखा जाता है तब ये कम से कम 10 साल तक जी सकते हैं।

कोएटिस मांसाहारी और शाकाहारी दोनों होते हैं। ये जमीन पर पड़ा कचरा, फल, चिड़ियों के अंडे, छिपकलियां, चूहे आदि भी खा जाते हैं। कई बार तो मगरमच्छ के अंडे भी खा लेते हैं। इनका ग्रुप 25 या फिर उससे कम सदस्यों का होता है। ये जिस भी जगह से निकलते हैं, वहां तेजी से भागते हैं। बहुत शोर मचाते हैं। नर मादाओं के पास तभी जाता है जब उसे प्रजनन करना होता है या मादा भी उसे तभी बुलाती है।

कभी इन्हें गुस्सा दिलाया जाए या कोई खतरा महसूस होता है तो भयानक लड़ाके बन जाते हैं। अपने नुकीले दांतों से हमला कर देते हैं। कई बार इनसे डरकर कुत्ते और जगुआर भी भाग जाते हैं लेकिन कभी कभी इनका शिकार भी आसानी से कर लेते हैं। इन्हें सबसे ज्यादा खतरा प्यूमा, भेड़िये, लोमड़ी, कुत्ते, एनाकोंडा और जगुआर जैसे जीवों से रहता है। कई बार बाज या चील भी थोड़ा छोटे कोएटिस का शिकार कर लेते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *