नई दिल्ली: लंदन में दिए गए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी () के बयानों पर हंगामा है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर बीजेपी जहां पूरे मुद्दे पर घेरते हुए राहुल गांधी से माफी की मांग कर रही है तो वहीं, राहुल गांधी से इससे इनकार करते हुए कहा है कि अगर देश में लोकतंत्र बरकरार है तो शुक्रवार को मुझे संसद में बोलने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इस पूरे मामले को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां पर उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया, जिसके बाद सीनियर लीडर जयराम रमेश को बीच में ही उन्हें टोकना पड़ गया।
मीडिया से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि दुर्भाग्य से, मैं संसद सदस्य हूं और मुझे उम्मीद है कि मुझे संसद में बोलने दिया जाएगा। इसके बाद उनके बगल में बैठे जयराम रमेश ने उन्हें बीच में ही टोका। वे राहुल के पास आकर धीरे से कहते हुए सुनाई दिए कि आपने कहा कि दुर्भाग्य से मैं एक सांसद हूं। इस पर वे मजाक बना सकते हैं। इस पर राहुल गांधी ने फिर से मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं इसे स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि दुर्भाग्य से मैं आपके सवालों का जवाब नहीं दे सकता हूं।
बीजेपी के कई नेताओं ने वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया- आखिर कितना और कब तक सिखाओगे? वहीं, जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम टेलीप्रॉम्प्टर के बिना मीडिया से खुलकर बात करते हैं। यह ‘मोदानी घोटाले’ से ध्यान भटकाने की एक और कोशिश है।
‘लोकतंत्र बरकार है तो मुझे बोलने का मौका मिलेगा’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि देश में अगर लोकतंत्र बरकरार है तो उन्हें संसद में अपनी बात रखने का मिलना चाहिए क्योंकि उनके खिलाफ सरकार के चार मंत्रियों ने सदन के भीतर आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह भारतीय जनतंत्र के लिए एक परीक्षा भी होगा कि उन्हें भी 04 मंत्रियों की तरह ही सदन में बोलने का पूरा अवसर मिलता है या फिर चुप होने के लिए कहा जाता है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडाणी समूह से जुड़े मामले से ध्यान भटकाने के लिए सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से संसद में पूरा तमाशा खड़ा किया गया है।
राहुल की माफी की मांग पर अड़ी बीजेपी
दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने फिर कहा कि कांग्रेस नेता को अपने बयानों के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। अपने ब्रिटेन दौरे से बुधवार को स्वदेश लौटने के बाद राहुल गांधी संसद पहुंचे और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर आग्रह किया कि उन्हें सदन में बोलने का मौका दिया जाए। बाद में उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ”आज मैं संसद गया और लोकसभा अध्यक्ष से कहा कि मैं संसद में बोलना चाहता हूं, सरकार के चार मंत्रियों ने मेरे ऊपर आरोप लगाये हैं तो मेरा हक है कि मैं सदन में अपनी बात रखूं।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का कहना था, ”मुझे नहीं लगता कि बोलने दिया जाएगा। फिर भी मैं आशा करता हूं कि कल (शुक्रवार) मुझे बोलने का मौका मिलेगा।”