जयपुर: राजस्थान के पाली जिले में तैनात एक SDM को देर रात सरकारी टीचर के घर जाना भारी पड़ गया। देर रात अपनी कार से एसडीएम जैसे ही सरकारी टीचर के घर में घुसे पड़ोसियों ने घर के बाहर ताला लगाकर दोनों को बंद कर दिया। इस बीच SDM ने पुलिस को बुलाकर घर से मुंह छुपाकर निकल गए पर सरकार ने सरकारी टीचर व एसडीएम को सस्पेंड कर दिया। वेसै एसडीएम अपने आप को बदनाम करने की बात कह रहैं हैं और उनका कहना है कि वो उस रात सोजत में थे। लेकिन राज्य सरकार के निलंबन के बाद घटना पर मोहर लग गई।
घर के बाहर ताला लगाकर SDM व टीचर को लोगों ने किया बंद
दरअसल, पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में तैनात एसडीएम अजय अमरावत दो दिन पहले देर रात मारवाड़ जंक्शन के गुड़ा मोकम सिंह गांव में देर रात अपनी लाल पट्टी वाली कार में सवार होकर सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल के घर पहुंचे थे। इस बीच आसपास के लोगो ने सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल टीचर के घर के बाहर ताला लगाकर SDM व टीचर को बंद कर दिया। साथ ही पूरा मोहल्ला टीचर के घर के बाहर बैठ गए। रात से लेकर सुबह तक तो घर के बाहर ताला लगा होने का पता टीचर व एसडीएम को नहीं लगा। लेकिन सुबह होते ही घर पर ताला व आसपास के लोग घर के बाहर देखकर दोनों घबरा गए। उस दौरान प्रिंसिपल ने पुलिस की धमकी देकर ताला खुलवाकर खुद तो स्कूल निकल गई। लेकिन एसडीएम अजय अमरावत घर मे कैद हो गए। हालांकि, दोपहर 01 बजे एसडीएम ने पुलिस चौकी इंचार्ज को बुलाकर सिविल कार से निकल गए।
खबर वायरल होने पर दोनों हुए संस्पेंड
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सरकारी टीचर के घर एसडीएम के देर रात आने की घटना सोशल मीडिया में वायरल होते ही पहले सरकारी प्रिंसिपल को एपीओ किया गया पर कल देर रात राज्य सरकार ने एसडीएम व प्रिंसिपल टीचर को संस्पेंड कर दिया। राज्य सरकार ने एसडीएम अजय अमरावत को राजस्थान सिविल सेवा में आचरण का दोषी मानते हुए उनको निलंबित कर मुख्यालय शासन प्रमुख सचिव कार्मिक विभाग सचिवालय जयपुर कर दिया। वहीं, प्रिंसिपल को भी संस्पेंड कर दिया गया है। एसडीएम अजय अमरावत पहले खुद को घटना स्थल पर होने से ही इनकार कर रहे थे। उन्होंने घटना वाली रात अपने आप को पाली जिले के सोजत में होना बताया था। लेकिन राज्य सरकार के शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने के बाद उनका रात में प्रिंसिपल टीचर के घर आने की पुष्टि हो गई। राज्य सरकार ने एसडीएम को राजस्थान सिविल सेवा में आचरण का दोषी माना और उनको निलंबित कर दिया है।