नई दिल्ली: इंटरनेट की रफ्तार से आमना-सामना कराने के लिए देश में 5G सेवा की शुरुआत हो गई है। 5G सेवा को देश में बड़े बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। फिलहाल, 13 शहर शहरों में 5G कनेक्टिविटी की शुरुआत की गई है। वहीं अब टेलिकॉम कंपनियां देश में 5G के विस्तार पर काम कर रही हैं। ऐसे में हाल ही में दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार पूरे भारत में 5G तकनीक के लिए 100 लैब स्थापित करने की योजना बना रही है।
अर्थव्यवस्था में 450 बिलियन डॉलर का योगदान
वहीं आईटी मंत्री के मुताबिक 2035 तक 5G से भारत की अर्थव्यवस्था में 450 बिलियन डॉलर यानि करीब (3 हजार 6,73 करोड़ रुपये) के योगदान का अनुमान है। माना जा रहा है कि इससे न केवल इंटरनेट की गति में तेजी आएगी बल्कि विकास और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। इस बीच देश में 6G की भी सुगबुगाहट तेज हो गई है। भारत का लक्ष्य है कि विश्व में 6जी सेवा उपलब्ध कराने में वह अग्रणी रहे। हाल ही में पीएम मोदी ने कहा था कि इस दशक के अंत तक 6G लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं।
BSNL ग्राहकों को 15 अगस्त से मिलेगी 5G सेवा
दरअसल, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आने वाले 6 महीनों में 200 से अधिक शहरों में 5जी सेवाएं उपलब्ध होंगी और अगले दो वर्षों में देश के 80-90 फीसदी हिस्से में इसे उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बीएसएनएल की अगले साल यानि 15 अगस्त 2023 से 5जी सेवाएं शुरू हो जाएंगी। बात करें 5G की कीमत की तो केंद्रीय मंत्री का कहना है कीमत ऐसी होंगी, जिससे आम आदमी भी पहुंच सुनिश्चित हो।
5G के लिए 100 लैब होंगे स्थापित
उन्होंने आगे कहा है कि सरकार पूरे भारत में 5जी तकनीक के लिए 100 लैब स्थापित करने की योजना बना रही है और उनमें से कम से कम 12 का उपयोग छात्रों को प्रशिक्षित करने और प्रयोग करने के लिए किया जाएगा। इनमें से कुछ लैब छात्रों को प्रशिक्षित करने, नवाचार, अनुसंधान और प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए इनक्यूबेटर बन जाएंगी। इसके लिए केंद्रीय मंत्री ने टेलीकॉम कंपनियों से अपील करते हुए कहा कि साथ आएं और 100 लैब में से कम से कम 12 लैब को टेलीकॉम इन्क्यूबेटर्स में बदल दें, जिससे छात्रों को ट्रेनिंग दी जा सके और नए-नए प्रयोग किए जा सके। उन्होंने कहा कि भारत जैसी बड़ी अर्थव्यवस्था, जिसमें प्रतिभा है, नेतृत्व की भूमिका निभाने के लिए उभर रही है। अब हम स्वदेशी रूप से माल की डिजाइनिंग, विकास और निर्माण कर रहे हैं। इस दौरान मंत्री ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस में भाग लेने वाली कंपनियों को नए दूरसंचार बिल के लिए अपना इनपुट प्रदान करने के लिए भी कहा, जिसके माध्यम से सरकार का लक्ष्य लाइसेंसिंग व्यवस्था को सरल बनाना है।
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लाइसेंसिंग व्यवस्था को सरल बनाने की दिशा में काम
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने कहा कि सरकार सभी दूरसंचार कंपनियों के लिए लाइसेंसिंग व्यवस्था को सरल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण रूप से काम कर रही है। दूरसंचार मंत्री ने कहा कि वह स्टार्टअप और MSME की ऊर्जा को देखकर वास्तव में खुश हैं, जो लोगों को लाभान्वित करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जा रहे हैं।
स्वदेशी टेलिकॉम गियर निर्माता HFCL ने 5G समाधान और सेवाओं के रोलआउट में तेजी लाने के लिए 5G लैब-ए-ए-सर्विस के लॉन्च की घोषणा की। यह अवधारणा से वास्तविकता तक उत्पाद नवाचारों पर एक साथ काम करने के लिए निजी क्षेत्र, शिक्षाविदों और सरकार के लिए एक स्वचालित परीक्षण वातावरण प्रदान करेगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 5जी की लॉन्चिंग न केवल भारत बल्कि दुनिया के लिए एक निर्णायक क्षण होने जा रहा है। उन्होंने कहा, हम अब स्वदेशी रूप से सामान डिजाइन, विकास और निर्माण कर रहे हैं और दुनिया को वह पैमाना और गति दिखा रहे हैं जिसके साथ हम भारत की लंबाई और चौड़ाई में 5G लेंगे।