पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान Imran खान ने यूक्रेन Ukraine मसले पर उन्हें चिट्ठी लिखकर सलाह देने वाले 22 पश्चिमी देशों के राजदूतों को लताड़ लगाई हैं। एक रैली में पाक पीएम ने कहा कि हम किसी के गुलाम नहीं हैं, कि आप जो चाहेंगे जैसा कहेंगे हम वैसा ही करने लगें। पाकिस्तान किसी गुट का हिस्सा नहीं हैं।
दरअसल, इस्लामाबाद स्थित पश्चिमी देशों के 22 राजदूतों ने पाक पीएम को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें इमरान खान से अपील की थी कि वो यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव का समर्थन करें। इस पर इमरान खान भड़क गए और कहा कि पाकिस्तान किसी के दवाब में नहीं हैं। इन राजनयिकों ने यह पत्र सार्वजनिक तौर पर जारी किया हैं।
पाक ने वोटिंग से किया था परहेज:
बता दें कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस प्रस्ताव पर वोटिंग हुई थी। जिसमें लंबे समय से पश्चिमी देशों के सहयोगी रहे पाकिस्तान ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया था। वहीं UN में ज्यादातर देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था और यूक्रेन पर रूस के हमले को गलत करार दिया था।
Imran ने पूछा- क्या भारत को भी लिखी चिट्ठी:
इमरान खान ने पश्चिम देशों के राजदूतों से पूछ लिया कि क्या आपने भारत को भी ऐसी ही चिट्ठी लिखी हैं। क्योंकि इस मसले पर UNSC और UNGA में हुई वोटिंग में भारत का स्टैंड भी पाकिस्तान जैसा ही था। पाक पीएम ने कहा कि यूक्रेन की वजह से पाकिस्तान को नुकसान पहुंचा हैं क्योंकि उसने अफगानिस्तान में नाटो गठबंधन का समर्थन किया था।