कीव/मॉस्को: रूस Russia ने सेकेंड वर्ल्ड वॉर war में 9 मई यानी आज ही हिटलर की नाजी सेना को हराया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन इस दिन की अहमियत को देखते हुए आज ही यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर सकते हैं। इसके अलावा यूक्रेनी शहर मारियुपोल में रूसी सेना परेड भी कर सकती हैं। रूस अब तक यूक्रेन पर हमले को स्पेशल ऑपरेशन बताता रहा हैं।
दूसरी तरफ, रूस पर दबाव बढ़ाने के लिए अमेरिका, G-7 देशों और यूरोपियन यूनियन ने प्रतिबंधों का दायरा बढ़ा दिया हैं। रूसी अर्थव्यवस्था को झटका देने के लिए मॉस्को से ऑयल इंपोर्ट बैन करने की बात कही गई। हालांकि, इसके लिए कोई समय सीमा तय नहीं की गई हैं।
Russia-यूक्रेन जंग के अपडेट्स:
यूक्रेनी सेना का दावा हैं कि उसने 8 मई को पूर्वी यूक्रेन में 190 रूसी सैनिकों को हरा दिया।
लुहान्स्क में रूसी सेना की गोलीबारी की वजह से लोगों को निकालने का सिलसिला थम गया।
मारियुपोल स्टील प्लांट से निकाले गए 177 लोग सुरक्षित जपोरिजिया पहुंच गए हैं।
बाइडेन ने जेलेंस्की को दिया मदद का भरोसा:
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को और मदद का भरोसा दिया। अमेरिका ने अब तक 2600 से ज्यादा रूसियों को वीसा देने से इनकार किया। इसके साथ ही रूस के तीन 3 सरकारी चैनलों पर बैन लगाया हैं। कोई अमेरिकी नागरिक रूसी कंपनियों को किसी भी तरह की सर्विस नहीं दे सकेगा।
रूस के प्रमुख बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ किसी भी प्रकार के लेन-देन पर रोक रहेगी। रूस से इंपोर्टेड लकड़ी के समान, पंखे, वेंटिलेशन सामान और अन्य कई इलेक्ट्रिक समान को भी बैन लिस्ट में डाला गया हैं।
राजधानी कीव में US एम्बेसी लौटे अमेरिकी डिप्लोमैट्स:
राजधानी कीव में रूसी हमले थमने के बाद विदेशी एम्बेसी और डिप्लोमैट्स के लौटने का सिलसिला शुरू हो गया हैं। बीते दिन अमेरिकी डिप्लोमैट्स की एक टीम राजधानी कीव में मौजूद US एम्बेसी लौट आई। यूरोप 8 मई को विक्ट्री डे मनाता हैं। इसी दिन अमेरिकी डिप्लोमैट्स ने कीव लौटकर रूस को संदेश दिया हैं।
यूक्रेन के लिए जस्टिन ट्रूडो का बड़ा ऐलान:
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हर साल यूक्रेन को 1.5 अरब डॉलर के एंटी टैंक मिलिट्री इक्विपमेंट भेजने की बात कही हैं। इसके साथ अगले एक साल के लिए यूक्रेन के लिए सभी इंपोर्ट ड्यूटी हटा ली गई हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति इस मदद के लिए शुक्रिया अदा करते हुए कहा- कनाडा ने अमेरिका के बाद यूक्रेन की सबसे ज्यादा मदद की हैं।