बैंगलुरु: बाप-बेटी की जोड़ी ने Fighter Plane उड़ा कर इतिहास रच दिया हैं। भारतीय वायुसेना के इतिहास में यह पहली घटना हैं। कर्नाटक के बीदर में बेटी ने अपने पापा के साथ मिलकर वायुसेना के फाइटर प्लेन हॉक-132 को उड़ाया। पिता और बेटी दोनों वायुसेना में फाइटर पायलट हैं।
पिता को देख बचपन से था उड़ने का सपना:
फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा ने साल 2021 में इंडियन एयरफोर्स को ज्वाइन किया था। उनके पिता संजय शर्मा वायुसेना में एयर कोमोडोर हैं। अनन्या का कहना हैं कि अपने पिता को देख कर उन्होंने बचपन से उड़ने का ही सपना देखा। इसी सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने 2021 में मुश्किल इम्तहान को पार कर वायुसेना ज्वाइन की।
पहली महिला पायलट को देख कर मिला थी प्रेरणा:
आसमान में उड़ने का सपना अनन्या शर्मा ने बचपन से ही देखा था, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि वो एक दिन अपने पिता के साथ इंडियन एयरफोर्स के लड़ाकू विमान को उड़ाएंगी। 2016 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुई पहली महिला पायलट को देख कर उन्हें भी इसकी प्रेरणा मिली। पांच साल बाद उनका यह सपना सच भी हुआ। अनन्या काफी वक्त से फाइटर प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग ले रही थीं।
राफेल और मिग उड़ाती हैं एयरफोर्स की शेरनियां:
भारतीय वायुसेना में पहली बार साल 2016 में तीन महिला फाइटर पायलटों को शामिल किया गया था। तब से वायुसेना में महिला पायलटों की संख्या लगातार बढ़ी हैं। 2021 के गणतंत्र दिवस की झांकी में राफेल पायलट प्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह ने हिस्सा लिया था।
मां-बेटी की जोड़ी उड़ा चुकी हैं कॉमर्शियल प्लेन:
इससे पहले अमेरिका के स्काई वेस्ट एयरलाइन के लिए मां और बेटी की जोड़ी कॉमर्शियल प्लेन उड़ा चुकी हैं। साल 2020 में मदर्स डे के मौके पर स्काई वेस्ट ने एक ब्लॉग शेयर कर इस बारे में बताया था।