लंदन: मनी लॉन्ड्रिंग केस में भारत में वांछित भगौड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) ने इन दिनों पैसों के लिए मोहताज हो गया है। उसकी जिंदगी उधार के सहारे कट रही है और स्थिति यह हो गई है कि उसके पास जुर्माना भरने के लिए या कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए भी पैसे नहीं हैं।
नीरव मोदी ने दावा किया है कि उसके पास कोई पैसा नहीं है और वह कोर्ट के आदेश पर 1,50,000 पाउंड से ज्यादा की कानूनी लागत का भुगतान करने के लिए उधार लेना पड़ रहा है। पीएनबी के दो अरब डॉलर के ऋण घोटाला मामले में भारत प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ नीरव मोदी पिछले वर्ष ब्रिटेन की शीर्ष अदालत में कानूनी लड़ाई हार गया था।
लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में सलाखों के पीछे है नीरव मोदी
मालूम हो कि नीरव मोदी अभी दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में सलाखों के पीछे है, जहां से वह अपनी प्रत्यर्पण अपील की कार्यवाही से संबंधित लंदन में उच्च न्यायालय द्वारा आदेशित 150,247 पाउंड के कानूनी खर्च या जुर्माने को लेकर गुरुवार को पूर्वी लंदन में बार्किंगसाइड मजिस्ट्रेट अदालत में सुनवाई के लिए वीडियो लिंक के माध्यम से पेश हुआ।
यह पूछे जाने पर कि वह मासिक राशि का फाइनेंसिंग कैसे करना चाहता है, नीरव ने अदालत को बताया कि वह पैसे उधार ले रहा है क्योंकि उसके पास पर्याप्त धन नहीं है। उसने बताया कि प्रत्यर्पण कार्यवाही के दौरान भारत में उसकी संपत्ति जब्त कर ली गई थी।
पिछले साल दिसंबर में लंदन में रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस की दो न्यायाधीशों की पीठ ने आत्महत्या के जोखिम के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की अनुमति के लिए नीरव मोदी के आवेदन को खारिज कर दिया था।