नई दिल्ली: PM Modi ने मंगलवार को CAG कार्यालय परिसर में पहले ऑडिट दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण भी किया। इस मौके पर भारत के सीएजी गिरीश चंद्र मुर्मू भी उपस्थित रहे। बता दें कि सीएजी संस्था की ऐतिहासिक शुरुआत और पिछले कई वर्षों में शासन, पारदर्शिता तथा जवाबदेही में इसके योगदान को रेखांकित करने के लिए लेखापरीक्षा दिवस मनाया जाता है।
पीएम मोदी ने सीएजी कार्यालय परिसर में पहले लेखा परीक्षा दिवस (ऑडिट) के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, आप सभी को ‘ऑडिट डे’ की हार्दिक शुभकामनाएं। एक संस्था के रूप में सीएजी न केवल देश के खातों का हिसाब-किताब चैक करता है बल्कि प्रोडक्टिविटी में, एफीसिएंसी में वेल्यू एडिशन भी करता है। इसलिए ऑडिट डे और इससे जुड़े कार्यक्रम इस अवसर पर हमारे चिंतन, मंथन, इम्प्रूवमेंट और इम्परोवाइजेशन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
CAG एक बहुत बड़ी विरासत, बहुत बड़ी अमानत
उन्होंने कहा, मैं आप सभी को आपकी निष्ठा के लिए सीएजी की प्रासंगिकता और गरीमा को लगातार नई दिशा देने के लिए बधाई देता हूं। बहुत कम इंस्टिट्यूशन ऐसे होते हैं जो समय बीतते-बीतते अधिक मजबूत होते हैं, अधिक मेच्यॉर होते हैं और अधिक उपयोगी होते हैं। ज्यादातर इंस्टिट्यूशन जन्म लेते हैं। तीन दशक, चार दशक और पांच दशक तक आते-आते स्थितियां इतनी बदल जाती है कि वो कभी कभी अपना रिलेवेंस ही खो देते हैं लेकिन सीएजी के संबंध में हम ये कह सकते हैं कि इतने सालों के बाद यह इंस्टीट्यूट अपने आप में एक बहुत बड़ी विरासत है और बहुत बड़ी अमानत है। हर पीढ़ी को उसे संभालना, उसे संवारना, उसे सजाना और आने वाली पीढ़ियों के लिए और अधिक उपयुक्त बनाकर उसको ट्रांसफर करना मैं समझता हूं कि यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी भी है।
पीएम मोदी ने कहा, पिछली बार जब मैं यहां आया था तो हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे थे। उस कार्यक्रम में बापू की प्रतिमा का अनावरण किया गया था और आज जब ऑडिट डे का यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम हो रहा है तो देश अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे कर लेने के उपलक्ष्य में अमृत महोत्सव मना रहा है। पीएम मोदी ने कहा आज हमें देश के अखंडता के नायक सरदार पटेल की प्रतिमा के अनावरण का सौभाग्य मिला है। गांधी जी हो, सरदार पटेल हो या फिर बाबा साहब अंबेडकर राष्ट्र निर्माण में इन सभी का योगदान सीएजी के लिए, हम सभी के लिए, कोटी-कोटी देशवासियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
CAG बनाम सरकार हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच
प्रधामंत्री मोदी ने कहा कि देश के लिए कैसे बड़े लक्ष्य तय किए जाते हैं और कैसे उन्हें हासिल किया जाता है, कैसे व्यवस्था में परिवर्तन लाया जाता है, इन महान व्यक्तित्वों की जीवन गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था। ‘CAG बनाम सरकार’, ये हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन गई थी। कभी कभी तो ये भी हो जाता था कि बाबू लोग ऐसे हैं तो ऐसे ही देते हैं। बाबू लोगों को लगता था कि सीएजी वाले ऐसे ही हैं कि हर चीज में उनको नुस्ख ही नजर आता है। हर एक की अपनी-अपनी बात थी। लेकिन, आज इस मानसिकता को बदला गया है। आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
सरकार के कामकाज का आकलन करते समय CAG के पास एडवांटेज
पीएम ने कहा, सरकार के कामकाज का आकलन करते समय सीएजी के पास आउट साइडर व्यू पाइंट का एडवांटेज होता है। आप जो कुछ हमें बताते हैं उससे हम सिस्टमेटिक इम्प्रूवमेंट्स करते हैं, उसे हम अपने लिए एक सहयोग के तौर पर देखते हैं। मुझे लंबे अरसे तक सरकारों का नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला है। मैं जब गुजरात में मुख्यमंत्री था तब भी अपने अधिकारियों से कहता था और आज भी यही कहता हूं कि सीएजी में जो डॉक्यूमेंट और डाटा मांगा जाता है वो तो आप जरूर दीजिए। अपने काम से जुड़ी दूसरी फाइल भी उन्हें दीजिए। इससे हमारे लिए और बेहतर काम करने का स्कोप तैयार होगा। हमारा सेल्फ असेस्मेंट का काम आसान हो जाता है।
सुचिता और पारदर्शिता सबसे बड़ा मोरल बूस्टर
सुचिता और पारदर्शिता हमारे व्यक्तिगत जीवन में हो या सरकार में ये हमारे लिए सबसे मोरल बूस्टर होते हैं। उदाहरण के तौर पर पहले देश के बैंकिंग सेक्टर में transparency की कमी के चलते तरह तरह की practices चलती थीं। परिणाम ये हुआ कि बैंको के NPAs बढ़ते गए। NPAs को कार्पेट के नीचे कवर करने का जो कार्य पहले के समय किया गया, वो आप शायद मुझसे ज्यादा आप लोग जानते हैं।
पिछली सरकारों का सच रखा देश के सामने लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ पिछली सरकारों का सच देश के सामने रखा। हम समस्याओं को पहचानेंगे तभी तो समाधान तलाश कर पाएंगे। आज हम ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जिसमें ‘सरकार सर्वम्’ की सोच, सरकार का दखल भी कम हो रहा है, और आपका काम भी आसान हो रहा है। ‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस। Contactless customs, automatic renewals, faceless assessments, service delivery के लिए online applications, इन सारे reforms ने सरकार के गैर-जरूरी दखल को खत्म किया है।
CAG में आया तेजी के साथ परिवर्तन, प्रक्रियाएं हो रहीं आधुनिक
पीएम मोदी ने कहा, दशकों तक हमारे देश में CAG की पहचान, सरकारी फाइलों और बहीखातों के बीच माथापच्ची करने वाली संस्था के तौर पर रही है। CAG से जुड़े लोगों की यही इमेज बन गई थी। इसका जिक्र मैंने 2019 में भी आपसे किया था। मुझे खुशी है कि आप तेजी के साथ परिवर्तन ला रहे हैं, प्रक्रियाओं को आधुनिक बना रहे हैं। आज आप advanced analytics tools इस्तेमाल कर रहे हैं, Geo-spatial data और satellite imagery का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सदी की ये सबसे बड़ी महामारी जितनी चुनौतीपूर्ण थी, उतनी ही इसके खिलाफ देश की लड़ाई भी असाधारण रही है। आज हम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भी चला रहे हैं। कुछ सप्ताह पहले ही देश ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का पड़ाव पार किया है। पुराने समय में Information, stories के जरिए प्रसारित होती थी। कहानियों के जरिए ही इतिहास लिखा जाता था लेकिन आज 21वीं सदी में, Data ही Information है और आने वाले समय में हमारी History भी Data के जरिए देखी और समझी जाएगी। In future, data will be dictating the history.