कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज (Kannauj) में एक और इत्र व्यापारी के घर शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा हैं। व्यापारी का नाम पुष्पराज ( Pushpraj) जैन पम्पी हैं। वो सपा से MLC भी हैं। उन्होंने 2022 के लिए 22 फूलों से बना समाजवादी इत्र लॉन्च किया था। सूत्रों का कहना हैं कि यूपी में एक साथ 50 जगहों पर इनकम टैक्स (IT) की छापेमारी चल रही हैं। इसमें 7 ठिकाने पम्पी जैन के हैं। पम्पी के कन्नौज ( Kannauj) , कानपुर, नोएडा और हाथरस के ठिकानों पर सर्चिंग जारी हैं। वहीं, इत्र और गुटखा कारोबार से जुड़े अन्य व्यापारियों के यहां छापा पड़ा हैं।
पड़ोसियों के मुताबिक, पुष्पराज घर में ही हैं। टीम ने जिस घर पर रेड डाली हैं, यहां उनका भाई अतुल जैन अपनी फैमिली के साथ रहता हैं। पम्पी की फैमिली मुंबई में रहती हैं। इनकी कोई संतान नहीं हैं। कन्नौज में पम्पी के दो घर हैं। बता दें, पीयूष जैन का घर भी इसी छिपट्टी मोहल्ले में हैं, जो पम्पी के घर से महज 100 मीटर दूर हैं।
पिछली बार P की तलाश में पीयूष तक पहुंची टीम, इस पर पूरे UP में घेरा:
पुष्पराज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी और पार्टी के बड़े फाइनेंसर बताए जाते हैं। पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद से ही पम्पी चर्चा में थे। इसके अलावा एक और इत्र कारोबारी मलिक मियां के ठिकानों पर भी कन्नौज में छापेमारी चल रही हैं। यूपी के नोएडा और अंबेडकर नगर में भी 30 से ज्यादा जगहों पर रेड जारी हैं। पिछली बार भी IT विभाग पुष्पराज के ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में था। टीम को P की तलाश थी। लेकिन टीम गलती से P यानी पीयूष जैन के घर पहुंच गई।
आज कन्नौज में ही होनी थी अखिलेश से मुलाकात:
अखिलेश यादव आज कन्नौज के दौरे पर जाएंगे। उन्हें यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करनी हैं। बताया जा रहा हैं कि यहां पुष्पराज को भी आना था। माना जा रहा हैं कि कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश करीबियों के ठिकानों पर पड़ रहे छापों पर भी बयान देंगे।
पीयूष पर छापे के बाद मुंबई चला गया था पम्पी:
पम्पी जैन के नजदीकियों ने बताया कि जिस दिन कानपुर में पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा था। उसके अगले दिन ही पम्पी जैन मुंबई रवाना हो गया था। क्योंकि, उसे पूरी शंका थी कि उसके यहां भी आईटी की टीम पहुंच सकती हैं। बताया जा रहा हैं कि मुंबई में पम्पी अपने चार्टर्ड एकाउंटेंट से मिला हैं।
चर्चा इस बात की भी हैं कि उसने अपने जरूरी कागजों और नगदी को व्यवस्थित भी किया हैं। सूत्रों ने तो यहां तक दावा किया कि आयकर टीम पम्पी जैन के घर ही छापा मारना था। लेकिन पी-कोडवर्ड के चलते आयकर अफसरों से गलती हुई और पीयूष जैन उसके शिकंजे में आ गया।
12 देशों में पुष्पराज (Pushpraj) का कारोबार, 47 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति:
पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से सपा एमएलसी चुना गया था। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहमालिक हैं। उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में इस बिजनेस की शुरुआत की थी। पुष्पराज का इत्र का बड़ा कारोबार 12 से ज्यादा देशों में फैला हैं।
2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति हैं। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं हैं। कन्नौज के कॉलेज में ही 12 तक पढ़ाई की हैं।
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23 दिसंबर को पीयूष पर आयकर विभाग ने की थी छापेमारी:
23 दिसंबर को पीयूष के ठिकानों पर छापा पड़ा। इसके बाद सपा का इत्र बनाने वाले पुष्पराज जैन पम्पी का नाम भी सामने आने लगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि 8 दिन बाद पुष्पराज जैन के घर छापे में कुछ खास बरामदगी नहीं हो सकती हैं। क्योंकि इन दिनों में कोई भी अपनी संपत्ति को ठिकाने लगा सकता हैं।
सपा और भाजपा में वार-पलटवार:
पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद भाजपा ने उन्हें सपा का बताया तो सपा ने भाजपा से नाता जोड़कर बताया। छापेमारी के बीच 28 दिसंबर को पीएम मोदी कानपुर में ही थे। यहां उन्होंने सपा पर निशाना साधा। बोले- जिन्होंने यूपी में भ्रष्टाचार का इत्र छिड़का था, आज वह सभी के सामने हैं। अब वे लोग क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। थोड़ी ही देर में इस पर अखिलेश का पलटवार आया। उन्नाव से अखिलेश यादव ने कहा- BJP का असली निशाना पुष्पराज उर्फ पम्पी जैन थे। हमारे एमएलसी पुष्पराज जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र बनाया था। BJP ने अपने पीयूष जैन के घर छापा पड़वाया।