आम आदमी AAP पार्टी इस बार 5 में से 4 राज्यों यानी पंजाब, यूपी, गोवा और उत्तराखंड में चुनाव elections लड़ रही हैं। एग्जिट पोल के नतीजे कहते हैं कि पंजाब में ये पार्टी सरकार बनाएगी। इंडिया टुडे का एग्जिट पोल आप को 76 से 90 सीटें मिलने का दावा कर रहे हैं। जबकि सरकार बनाने के लिए केवल 59 सीटों की जरूरत हैं।
अगर सभी राज्यों के एग्जिट पोल के नतीजों को माने तो आप इन चुनावों के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पा जाएगी। ये सिर्फ एक आंकड़ा नहीं हैं। अगर ऐसा होता हैं तो लोकसभा चुनाव 2024 में आप बीजेपी को सीधी चुनौती देने वाली पार्टी बन सकती हैं। साथ में वो संयुक्त विपक्ष में अहम भूमिका में आ जाएगी। खास बात ये हैं कि दिल्ली में पार्टी की सरकार होने के चलते उनके नेताओं के बयान अक्सर सुर्खियों में रहते हैं, अगर ऐसा होता हैं तो ये अगले कुछ सालों में आप पूरे देश में एक बड़ी पार्टी के तौर पर उभर सकती हैं।
आपको आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी बनने और उसके राजनीतिक भविष्य की पूरी कहानी बताते हैं…
सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता बताते हैं, राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा इलेक्शन कमीशन देती हैं। कोई भी क्षेत्रीय पार्टी 4 अलग-अलग तरीकों से राष्ट्रीय पार्टी बन सकती हैं। उन 4 तरीकों में से एक तरीका होता हैं- 4 राज्यों में स्टेट पार्टी का दर्जा प्राप्त कर लेना। कहने का मतलब, अगर कोई पार्टी 4 राज्यों में स्टेट पार्टी का दर्जा प्राप्त कर लेती हैं तो वह आसानी से राष्ट्रीय पार्टी बन जाती हैं।
अब स्टेट पार्टी का दर्जा कैसे मिलता हैं?
स्टेट पार्टी का दर्जा भी इलेक्शन कमीशन ही देती हैं। ये दर्जा पाने के लिए किसी भी पार्टी को 6 शर्तों में से किसी एक शर्त को पूरा करना होता हैं। हम उन 6 शर्तों में से उन 3 शर्तों की बात करेंगे जिन्हें आम आदमी पार्टी इन 5 राज्यों के चुनाव के बाद पूरा कर सकती हैं। इन 3 शर्तों में कोई 1 शर्त भी आप पूरा कर लेती हैं तो वह उन राज्यों की स्टेट पार्टी बन जाएगी और फिर राष्ट्रीय पार्टी भी।
अगर आम आदमी पार्टी 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में कुल वोट का 8% वोट हासिल कर लेती हैं तो वो उन राज्यों की स्टेट पार्टी बन सकती हैं।
या फिर 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में कुल वोट के 6% वोट के साथ 2 सीटें जीत जाती हैं तो भी स्टेट पार्टी बनने के लायक हो जाएगी।
इसके अलावा अगर आम आदमी पार्टी 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में 3% वोट के साथ 3 सीटें जीत लेती हैं तो वह संबंधित राज्य की स्टेट पार्टी बन जाएगी।
एबीपी न्यूज सी-वोटर एग्जिट पोल समेत लगभग अन्य सभी एग्जिट पोल्स के मुताबिक, आम आदमी पार्टी इन सभी राज्यों में इन सभी शर्तों को पूरा करती दिखाई दे रही हैं। एग्जिट पोल्स के असलियत में बदलते ही आप राष्ट्रीय पार्टी बनने के काबिल हो जाएगी।
राष्ट्रीय पार्टी बनने से सिर्फ एक कदम दूर आम आदमी पार्टी:
एक राज्य यानी दिल्ली में तो आम आदमी पार्टी पहले से ही सारी शर्तों को पूरा करके ही बैठी हैं। अब बचते हैं 3 और राज्य।
पंजाब: एग्जिट पोल्स के मुताबिक, पंजाब में आप सरकार बना रही हैं। यहां आप स्टेट पार्टी बनने की जरूरतों को 2017 में ही पूरा कर चुकी हैं। साल 2017 चुनावों में पंजाब की दूसरी सबसे बड़ी बन गई थी। 23% से ज्यादा वोट हासिल कर लिए थे।
गोवा: 2017 के विधानसभा चुनावों में भी आप ने अच्छा प्रदर्शन किया था। वहां भी 6% से ज्यादा वोट पा कर स्टेट पार्टी बनने की आधी शर्त तो पूरी कर ली थी लेकिन विधायक नहीं एक भी नहीं बन पाए थे। महापोल और सी वोटर एग्जिट पोल के मुताबिक, साल 2022 के विधानसभा चुनावों में आप गोवा में पहले से बेहतर प्रदर्शन करती नजर आ रही हैं। सी-वोटर एग्जिट पोल यहां आप का वोट परसेंटेज बढ़ने के साथ 5 सीटें तक जीतने का दावा कर रहा हैं।
उत्तर प्रदेश: इस बार आम आदमी पार्टी यूपी में भी दमखम के साथ चुनाव लड़ी हैं। सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। हालांकि यूपी में 6% से ज्यादा वोट पाना अच्छी खासी क्षेत्रीय पार्टियों के लिए भी मुश्किल बात होती हैं। यहां पर कुछ खास कमाल दिखा पाना आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किल होगा। लेकिन इस बात को दरकिनार नहीं किया जा सकता कि साल 2017 के निकाय चुनावों में 40 सीटें जीत कर आप पांचवी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। जमीनी स्तर पर आगे बढ़ रही हैं।
उत्तराखंड: उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी कमाल कर सकती हैं। सी वोटर एग्जिट पोल्स के मुताबिक, उत्तराखंड में आप 2 सीटें तक जीत सकती हैं। अगल-अलग एग्जिट पोल ये आंकड़ा ऊपर नीचे कर के भी बता रहे हैं। यहां पर आम आदमी पार्टी का वोट परसेंटेज 10% के आस-पास होने की संभावनाएं प्रबल हैं।
AAP पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बन गई तो क्या होगा?
भाजपा के अलावा देश में अभी कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी हुई हैं। भाजपा के अलावा कांग्रेस की ऐसी एकलौती राष्ट्रीय पार्टी हैं जिसकी सरकार दो से ज्यादा राज्यों यानी राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब में हैं। हालांकि एग्जिट पोल के अनुसार पंजाब में कांग्रेस की सरकार जाती दिख रही हैं।
आम आदमी पार्टी केवल 10 साल पहले शुरू हुई थी। दिल्ली में तो मजबूत सरकार हैं ही लेकिन जिन भी राज्यों में चुनाव लड़ रही हैं उसका वोट परसेंटेज बढ़ता ही जा रहा हैं। अगर इसी स्पीड से आगे बढ़ती रही तो अगले 2-3 सालों में कांग्रेस को पछाड़ते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी। साल 2024 तक सीधे भारतीय जनता पार्टी को चुनौती देने की स्थिति में पहुंच जाएगी।
कांग्रेस के अलावा अन्य राष्ट्रीय पार्टियों जैसे- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी, नेशनल पीपुल्स पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी की बात करें तो ये पार्टियां राष्ट्रीय स्तर पर उतनी मजबूत स्थिति में नहीं हैं। केवल अपने राज्य की दम पर ही टिकी हुई हैं। एनसीपी, टीएमसी, सीपीआई और बसपा तो अपनी राष्ट्रीय पार्टी का स्टेटस खोने की कगार पर हैं।
साल 2021 में आम आदमी पार्टी गुजरात के म्युनिसिपल कारपोरेशन के चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन कर चुकी हैं। अब 2022 में होने वाले हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पूरी-पूरी 68 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।