नई दिल्ली: सिसोदिया के घर CBI रेड के बाद 12 IAS अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। एक्साइज पॉलिसी में कथित अनियमिताओं को लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई की छापेमारी के कुछ घंटों बाद ही शुक्रवार को 12 आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। दिल्ली सरकार के सेवा विभाग की ओर से जारी ट्रांसफर आदेश के अनुसार जिनका तबादला किया गया है, उनमें स्वास्थ्य एवं परिवार कलयाण विभाग के विशेष सचिव उदित प्रकाश राय भी शामिल हैं।
मीडिया खबरों के मुताबिक लेफ्टिफेंट गवर्नर (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस उदित प्रकाश राय के खिलाफ कार्रवाई के लिए हाल ही में गृह मंत्रालय को सिफारिश की थी। वहीं, घटनाक्रम को लेकर एक अफसर ने कहा कि फेरबदल मनीष सिसोदिया के घर छापेमारी से जुड़ा हुआ नहीं है।
आईएएस अफसरों का तबादला
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव उदित प्रकाश राय एजीएमयूटी कैडर यानी अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेशों (AGMUT) कैडर के 2007- बैच के IAS अधिकारी है। इनके जिनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना ने हाल ही में गृह मंत्रालय को सिफारिश की थी। एक अभियंता को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने के लिए 50 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में उदित प्रकाश राय के खिलाफ कार्रवाई के लिए हाल ही में गृह मंत्रालय को सिफारिश की गई थी।
इन आईएएस अधिकारियों का हुआ तबादला
ट्रांसफर किए गए आईएएस अफसरों में उदित प्रकाश राय के अलावा जितेंद्र नारायण, विवेक पांडेय, गरिमा गुप्ता और अनिल कुमार सिंह जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं। शुरबीर सिंह, आशीष एम. मोर, विजेंद्र सिंह रावत, कृष्ण कुमार, कल्याण सहाय मीणा, हेमंत कुमार और सोनल स्वरूप हैं। स्थानांतरित और तैनात अफसरों में साल 2007 बैच के आईएएस अधिकारी विजेंद्र सिंह रावत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के नए विशेष सचिव के रूप में राय का स्थान लेंगे। वह निदेशक (योजना) का अतिरिक्त प्रभार भी संभालेंगे। जितेंद्र नारायण को दिल्ली वित्त निगम का अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बनाया गया है। वर्तमान में सचिव प्रशासनिक सुधार के रूप में तैनात आईएएस अधिकारी विवेक पांडे को सचिव (आईटी) के रूप में नियुक्त किया गया है और उन्हें एमडी (जीएसडीएल) और निदेशक (यूटीसीएस) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। आदेश के मुताबिक सोनाल स्वरूप, जो वर्तमान में दिल्ली नगर निगम में अतिरिक्त आयुक्त के रूप में तैनात हैं। उन्हें एलजी के विशेष सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है।