नई दिल्ली: दिल्ली समेत देश के अनेक हवाई अड्डों पर बढ़ती भीड़ से हो रही समस्याओं को हल करने के लिए केंद्र सरकार ने आज अहम बैठक बुलाई। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला (Ajay Kumar Bhalla) की अध्यक्षता में करीब डेढ़ घंटे चली बैठक में विमानतलों पर भीड़ प्रबंधन के उपायों पर विचार किया गया। सुबह 11 बजे बुलाई गई यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली।
आज सुबह 11 बजे गृह मंत्रालय में यह बैठक शुरू हुई। इसमें गृह सचिव के अलावा नागरिक विमानन मंत्रालय व विमानन उद्योग के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए।
इससे पहले केंद्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा था कि विमानतलों पर भीड़ की समस्या पर विचार करने के लिए एयरलाइंस, एयरपोर्ट प्राधिकरण और सीआईएसएफ के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। इसमें दिल्ली एयरपोर्ट पर भीड़ व उड़ानों में देरी को लेकर 03 घंटे तक मंथन किया गया।
नागरिक विमानन मंत्रालय ने बुधवार को ट्वीट कर बताया था कि बैठक में दिल्ली एयरपोर्ट पर भीड़ को नियंत्रित करने व प्रतीक्षा का समय (वेटिंग टाइम) कम करने के उपायों पर विचार विमर्श किया गया। इसमें बोर्डिंग चेक पाइंट और एंट्री गेट्स पर समय कम लगे ऐसे प्रबंध करने तथा यात्रियों की सुगम आवाजाही के उपाय किए गए हैं।
घंटों लाइनों में लग रहे यात्री
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इन दिनों भीड़ उमड़ रही हैं। इससे लोगों को उड़ान से घंटों पहले आना पड़ रहा हैं। घंटों लाइनों में लगने के कारण लोग अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर उतार रहे हैं।
IGI में प्रवेश द्वारा बढ़ाए
इससे पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के T3 का औचक निरीक्षण किया था। इसके बाद मीडिया से चर्चा में सिंधिया ने कहा था कि हवाई यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। आईजीआई में प्रवेश द्वारों की संख्या 14 से बढ़ाकर 16 कर दी हैं।
घरेलू उड़ानों में काफी इजाफा
घरेलू उड़ानों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ हैं। इसका सबसे ज्यादा असर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे शहरों के एयरपोर्ट्स पर देखने को मिलता हैं। क्योंकि ये बड़े एयरपोर्ट्स हैं और यहां से हर क्षेत्र के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें मिलती हैं। अब यात्री किराया में भी काफी कमी आने लगी हैं।