अमरनाथ गुफा, जम्मू-कश्मीर: Amarnath Yatra सोमवार से दोबारा शुरू हो गई हैं। पिछले शुक्रवार को अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना के बाद यात्रा पर आंशिक रूप से रोक लगाई गई थी। रोक के बाद श्रद्धालुओं का पहला जत्था सुबह 05 बजे जम्मू बेस कैंप से अमरनाथ के लिए रवाना हो चुका हैं। जम्मू प्रशासन के मुताबिक इस बार श्रद्धालुओं को पंचतरणी रूट से अमरनाथ ले जाया जा रहा हैं। इसी रूट से श्रद्धालु पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकेंगे।
यात्रा में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान श्रद्धालुओं को सुरक्षित आगे बढने में मदद करेंगे। CRPF के डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि अभी हम यह देखने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं कि क्या सभी गुमशुदा लोग मिलते हैं या नहीं। पहलगाम और बालटाल में बने बेस कैम्प से आगे किसी यात्री को जाने की इजाजत नहीं हैं।
हादसे के बावजूद यात्रियों में उत्साह:
शुक्रवार को पवित्र गुफा के पास आए सैलाब के बावजूद अमरनाथ यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं हैं। यात्रा के दौरान एक श्रद्धालु ने बताया- हम लोग अपने घर से प्रण लेकर आए हैं कि भोलेनाथ के दर्शन किए बिना हम घर नहीं जाएंगे। बाबा के दर्शन करने के लिए हम यहां आए थे, लेकिन ये हादसा हो गया। सरकार ने आज से यात्रा शुरू कर दी, हम बहुत खुश हैं।
इससे पहले हादसे वाली रात को ही जम्मू बेस कैंप से तीर्थयात्रियों का एक जत्था कश्मीर के बालटाल और पहलगाम बेस कैंप के लिए रवाना हुआ था। जम्मू से तीर्थ यात्रियों के 279 व्हीकल कॉन्वॉय में रवाना किए गए थे। हालांकि, स्थानीय लोगों ने इसे प्रशासन का मिस मैनेजमेंट बताया था।
स्थानीय लोगों की आपत्ति के बाद प्रशासन ने कहा था कि जम्मू के भगवतीपुर बेस कैंप में यात्रियों की तादाद ज्यादा हो गई थी, इसलिए यात्रा स्थगित होने के बावजूद तीर्थ यात्रियों को बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना किया गया था।
रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी:
अमरनाथ में बादल फटने से अबतक 16 लोगों की मौत हो गई हैं। सेना ने शनिवार सुबह फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। 35 घायलों को एयरलिफ्ट किया गया हैं। 45 लोग अभी लापता हैं और माउंटेन रेस्क्यू टीम उनकी तलाश में जुटी हैं। सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी रात चला। इस दौरान कोई बॉडी रिकवर नहीं की गई।
पवित्र गुफा के 1-2 किमी के दायरे में फटा बादल:
अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार शाम 5 बजकर 30 मिनट बादल फटा था। जिस समय बादल फटा, उस समय गुफा के पास 10 से 15 हजार श्रद्धालु मौजूद थे। इस घटना में मरने वालों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं। ITBP ने बताया कि 15 हजार लोगों को पवित्र गुफा के पास से सुरक्षित पंचतरणी ले जाया गया हैं।
बादल फटने के कारण पहाड़ों से तेज बहाव के साथ आए पानी से श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए करीब 25 टेंट और दो से तीन लंगर बह गए। बारिश से पूरे इलाके में तेजी से पानी भर गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए। कई श्रद्धालु लापता हैं और उनके तेज बहाव में बहने की आशंका हैं।
अमरनाथ श्राइन बोर्ड, जम्मू-कश्मीर पुलिस और NDRF ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए:
01942313149
01942496240
9596779039
9797796217
01936243233
01936243018