नई दिल्ली: भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) में बिहार को पहला स्थान मिला है। दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से 27 नवंबर तक आयोजित 40वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में सजे बिहार पवेलियन को विशेष कार्यक्रम में गोल्ड (Gold) पुरस्कार दिया गया। बिहार की तरफ से ये पुरस्कार रेजिडेंट कमिश्नर पलका साहनी और उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक सिन्हा ने प्राप्त किया।
बिहारवासियों के लिए है गौरव की बात: उद्योग मंत्री
बिहार को मिले इस पुरस्कार पर बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य के पारंपरिक उद्योगों से लेकर हर तरह के उद्योगों का सर्वांगीण विकास हो रहा है। बिहार उद्योग में भी नंबर वन बनेगा। हर मोर्चे पर बिहार आगे बढ़ रहा है। बिहार के हस्तशिल्पियों और बुनकरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये बहुत बड़ा सम्मान मिला है। देश के कई राज्यों और दूसरे देशों की भी प्रदर्शनी के बीच गोल्ड हासिल कर नंबर वन बनना बिहार के लिए बड़ी बात है। ये बिहारवासियों के लिए गौरव की बात है ।
हस्तशिल्पियों और बुनकरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिला प्रोत्साहन
उन्होंने कहा कि बिहार पवेलियन को मिला गोल्ड पुरस्कार न सिर्फ बिहार का सम्मान है बल्कि इससे बिहार के ग्रामीण इलाकों में पूरी निष्ठा से, मेहनत और लगन से पारंपरिक हुनर, लोक कला संस्कृति को आगे बढ़ाने में जुटे हस्तशिल्पियों और बुनकरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन मिला और वो अब और तेजी से आगे बढ़ेंगे।बिहार के हस्तशिल्पियों और बुनकरों की बनाई गईं कई चीजों की कारीगरी, सौंदर्य और गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर की है और इसलिए देश विदेश के लोगों को खूब पसंद आईं।
मधुबनी पेंटिंग की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही
गौरतलब है कि दिल्ली में 14 से 27 नवंबर तक चलने वाले 40वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 24 राज्यों की प्रदर्शनी लगी थी। मेले में कुछ विदेशों की भी प्रदर्शनी लगी थी। इन सभी प्रदर्शनियों में बिहार नंबर वन बना है। बिहार ने अपने पवेलियन को 41 स्टॉल्स से सजाये थे, जिसमें बिहार के पारंपरिक लोक कला संस्कृति की झलक पेश करने वाले बेहतरीन उत्पाद देखने को मिले । बिहार पवेलियन में सुप्रसिद्ध लोक कलाकार पद्मश्री दुलारी देवी की मधुबनी पेंटिंग और उनकी मधुबनी पेंटिंग की जीवंत प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही ।