लखनऊ: दिसंबर 2022 से नवंबर 2023 तक भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के चार शहरों आगरा, वाराणसी, लखनऊ और नोएडा में G20 सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसको लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उत्तर प्रदेश में होने वाले G20 सम्मेलन को ‘अतिथि देवो भवः’ की भारतीय भावना के अनुरूप भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है।
‘ब्रांड यूपी’ बनना है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को विश्व के बड़े राष्ट्रों के समूह G20 की अध्यक्षता करने का गौरव प्राप्त हुआ है। आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत G20 का नेतृत्व कर रहा है। यह सभी के लिए ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण अवसर है। इस आयोजन से उत्तर प्रदेश अधिकाधिक लाभ प्राप्त करेगा। सीएम योगी ने कहा- ‘G20 सम्मेलन ‘ब्रांड यूपी’ से दुनिया का परिचय कराएगा। उन्होंने अतिथियों के खाने में उत्तर प्रदेश की विविधतापूर्ण खान-पान संस्कृति का समावेश करने पर भी जोर दिया।’
प्रदेश की संस्कृति को मिलेगा बढ़ावा
यह वैश्विक समारोह उत्तर प्रदेश के लिए अपार संभावनाएं लेकर आया है। G20 आयोजन स्वच्छता, सुंदरता, सुरक्षा और सुव्यवस्था का मानक गढ़ेगा। सभी चार शहरों में होने वाले आयोजन में स्थानीय संस्कृति को थीम बनाया जायगा। जैसे, राजधानी लखनऊ में अवध संस्कृति, आगरा में ब्रज संस्कृति, रंगोत्सव, वाराणसी में गंगा संस्कृति को थीम बनाकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रदेश आगमन पर अतिथियों का स्वागत पुष्पवर्षा के साथ होगा।
ऐतिहासिक विरासतों पर आकर्षक लाइटिंग
उत्तर प्रदेश में G20 सम्मेलनों की मेजबानी वाले शहरों को भव्य स्वरूप दिया जाएगा। शहर में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक महत्व वाली विरासतों पर आकर्षक लाइटिंग होगी। अतिथियों के भ्रमण रूट पर दीवारों पर प्रदेश की संस्कृति को दर्शाने वाले चित्रों को प्रदर्शित किया जाएगा। भारत की योग परंपरा को आज पूरी दुनिया अपना रही है, ऐसे में सूर्य नमस्कार के विभिन्न मुद्राओं को प्रदर्शित करती हुई प्रतिमाएं भी लगाई जा सकती हैं।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
G20 सम्मेलन के आयोजन के दौरान डेलीगेट्स की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे। सम्मेलन में शामिल होने आए हर डेलीगेट्स के साथ एक लाइजनिंग अधिकारी की तैनाती होगी। हर प्रकार के बाह्य और आतंरिक सुरक्षा की आशंकाओं के दृष्टिगत कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए जाएंगे। साइबर अपराध के प्रयासों पर भी नजर रखी जाएगी।
स्वच्छता पर विशेष जोर
G20 की मेजबानी सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर, सुंदरीकरण के लिए भी अच्छा मौका है। जिन शहरों में सम्मेलन होने हैं, वहां कार्यक्रम की तिथि से एक सप्ताह पूर्व स्वच्छता का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इन शहरों को प्लास्टिक फ्री बनाने का प्रयास भी किया जाएगा।
हर आयोजन पर G20 के लोगो का होगा इस्तेमाल
बैठक के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि व्यापक जनसहभागिता से ही यह सम्मेलन अपने उद्देश्यों में सफल होगा। सीएम योगी ने G20 आयोजन से अधिकाधिक युवाओं को जोड़ने की अपील की। इसको लेकर विश्वविद्यालयों में इस विषय पर विशेष चर्चा-परिचर्चा के आयोजन के साथ ही पुस्तक मेला, योग चैलेंज, क्राफ्ट मेला, स्कूल स्तर पर नृत्य एवं संगीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन के दौरान प्रदेश की समृद्ध अर्थव्यवस्था, जीडीपी, औद्योगिक विकास आदि का भी प्रदर्शित किया जाएगा। सीएम योगी ने अधिकारियों को प्रदेश सरकार के हर आयोजन, प्रत्येक पत्राचार पर G20 के लोगो का प्रयोग करने के आदेश दिए।